बोकारो, समाहरणालय स्थित सभाकक्ष में गुरुवार को मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार (एमएसवीपी-2025) के अंतर्गत जिला स्तरीय सह उन्मुखीकरण पर बैठक आयोजित की गयी. अध्यक्षता उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार ने की. उप विकास आयुक्त ने संबंधित पदाधिकारियों को निर्देश दिया कि विद्यालयों में स्वच्छता, पेयजल की उपलब्धता, शौचालय व्यवस्था, कचरा प्रबंधन व बच्चों की सहभागिता पर विशेष ध्यान दिया जाये. उन्होंने कहा कि प्रत्येक विद्यालय को स्वच्छता का आदर्श उदाहरण प्रस्तुत करना चाहिए, ताकि अधिक से अधिक विद्यालय मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के लिए चयनित हो सकें.
समय सीमा से पहले रजिस्ट्रेशन व सबमिशन का कार्य करें पूरा
डीडीसी ने मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार से संबंधित जिले के प्रगति पर प्रखंडवार समीक्षा की. साथ ही उन्होंने यह निर्देश दिया कि सभी स्कूल समय सीमा से पहले रजिस्ट्रेशन व सबमिशन का कार्य पूरा कर ले, ताकि सभी स्कूल प्राथमिकता के आधार पर एनएसवीपी के तहत अच्छा परफॉर्मेंस दिखाना सुनिश्चित करेंगे.
दी गयीं कई जानकारियां
कार्यक्रम में जिला शिक्षा अधीक्षक, यूनिसेफ वॉश आईडीएफ टीम लीड बोकारो, एपीओ व एडीपीओ द्वारा मुख्यमंत्री स्वच्छ विद्यालय पुरस्कार के अंतर्गत सभी इंडिकेटर पर जैसे पानी, शौचालय, व्यवहार परिवर्तन, माहवारी स्वच्छता, प्रबंधन, जलवायु परिवर्तन आदि पर विस्तार जानकारी दी गयी. साथ ही जल जांच के तहत प्री मानसून व पोस्ट माॅनसून से संबंधित जल जांच को लेकर जिला समन्वयक-जेजेएम बोकारो की ओर से विस्तार पूर्वक बातों को रखा गया. मौके पर जिला शिक्षा अधीक्षक अतुल चौबे, एपीओ, एडीपीओ, सभी बीपीओ, सभी केजीबीवी के वार्डन कनीय अभियंता, सभी बीआरपी व सभी सीआरपी उपस्थित थे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

