बोकारो, झारखंड स्थापना दिवस की 25वीं वर्षगांठ पर उपायुक्त अजय नाथ झा व उप विकास आयुक्त शताब्दी मजूमदार के निर्देश पर मंगलवार को चास, चंदनकियारी, जरीडीह, चंद्रपुरा, बेरमो, पेटरवार, गोमिया, कसमार व नावाडीह प्रखंड के सभी पंचयात में ‘मनरेगा प्रभात फेरी’ निकाली गयी. मनरेगा कर्मी, पंचायत प्रतिनिधि, प्रशासनिक अधिकारी समेत आम लोगों की भागीदारी से आयोजन किया गया. प्रतिभागियों ने झंडे, बैनर व नारा से मनरेगा के तहत संचालित योजनाओं के प्रति जन जागरण का संदेश दिया.
मनरेगा प्रभात फेरी व विशेष कार्यक्रम से संदेश दिया गया कि जन जागरूकता व जन भागीदारी ही विकास की वास्तविक शक्ति है. जिला प्रशासन ने स्पष्ट किया कि आने वाले समय में सभी विकास योजनाओं को जनता की भागीदारी के साथ प्रभावी रूप से क्रियान्वित किया जाएगा, ताकि राज्य स्थापना के रजत जयंती वर्ष को समावेशी विकास का प्रतीक बनाया जा सके. सभी ने संकल्प लिया कि मनरेगा के तहत मिलने वाले रोजगार व विकास के अवसर को अधिक से अधिक लोगों तक पहुंचाया जायेगा. अधिकारियों ने बताया कि मनरेगा व जेएसएलपीएस (पलाश) ना केवल रोजगार उपलब्ध कराने की योजना है, बल्कि ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त करने व आत्मनिर्भरता की दिशा में अग्रसर करने वाला माध्यम है. जल संरक्षण, पौधारोपण, तालाब निर्माण, सड़क निर्माण व अन्य विकासात्मक कार्यों से गांवों में स्थायी संपत्ति का निर्माण हो रहा है.योजनाओं के प्रति जागरूक करना जरूरी
वक्ताओं ने कहा कि मनरेगा की सफलता जनता की सक्रिय भागीदारी पर निर्भर करती है. योजनाओं के प्रति जागरूकता बढ़ाकर ग्रामीणों को इसमें अधिक संख्या में जोड़ना ही इसका मुख्य उद्देश्य है. झारखंड स्थापना के 25 वर्षों की यात्रा में मनरेगा-जेएसएलपीएस जैसी योजनाओं ने राज्य के ग्रामीण इलाकों में विकास का आधार मजबूत किया है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

