बोकारो, चास स्थित बिरसा कॉलेज ऑफ नर्सिंग में बुधवार को निमोनिया दिवस पर गोष्ठी का आयोजन किया गया. उद्घाटन निदेशक शैलेश कुमार ने किया. कहा कि निमोनिया फेफड़ों में बैक्टीरिया व वायरस के कारण होने वाला एक संक्रमण है. नवजात और बुजुर्ग के लिए सबसे ज्यादा घातक है. निमोनिया एक या दोनों फेफड़ों को प्रभावित कर सकता है.
श्री कुमार ने कहा कि नर्सिंग पेशे से जुड़े सभी स्वास्थ्यकर्मियों के लिए महत्वपूर्ण है कि निमोनिया के लक्षण, कारण, निदान व उपचार के बारे में सबसे पहले समझे. नवजात के अभिभावकों को सबसे अधिक जागरूक करने की जरूरत है. ताकि नवजात की देखभाल सही तरीके से की जा सके. निमोनिया के लक्षण मिलने पर बुजुर्ग की चिकित्सकीय जांच जरूरी है. मौके पर प्राचार्य अरुण कुमार, मोनिका, प्रीति कुमारी, इंद्राणी, आशा लता, आशा महतो, सुरूचा, पूनम सहित एएनएम व जीएनएम की छात्राएं मौजूद थी.सरकारी व निजी अस्पतालों में किया गया आयोजन
विभिन्न सरकारी व निजी अस्पतालाें में भी निमोनिया दिवस को लेकर आयोजन किया गया. कैंप दो स्थित सदर अस्पताल में डीएस डॉ एनपी सिंह, अनुमंडलीय अस्पताल चास में उपाधीक्षक डॉ आभा इंदू तिर्की, मुस्कान अस्पताल में डॉ मनोज श्रीवास्तव, वेलमार्क हॉस्पिटल में चेयरमैन डॉ सतीश कुमार, केएम मेमोरियल अस्पताल में प्रबंधक डॉ विकास कुमार, कृष्णा नर्सिंग होम में डॉ आरके पाठक, वेलनेस हॉस्पिटल में डॉ सफी नयाज, आशादीप मल्टीस्पेशलिटी हॉस्पिटल में कुमार प्रभात रंजन, रानी हॉस्पिटल में प्रदीप कुमार, एपेक्स हॉस्पिटल में अमित कुमार सिंह व देवांश हॉस्पिटल में डॉ रवि शेखर ने उद्घाटन किया. अस्पताल में दाखिल मरीजों को निमोनिया से बचाव की जानकारी दी गयी. निमोनिया को लेकर जागरूक रहने का निर्देश दिया.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

