पिंड्राजोरा, राजकीय अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय मिर्धा (चास) का भवन जर्जर हो गया है. बच्चे व शिक्षकों को हादसे का डर सता रहा है. सबसे खराब स्थिति ऑफिस व कक्षा छह के रूम की है. दोनों रूम की छत का प्लास्टर गिर रहा है. स्थिति ऐसी है कि कभी भी, उसमें घटना घट सकती है. छत जर्जर होने के कारण कक्षा छह के 40 विद्यार्थियों को दूसरी कक्षा में पढ़ाया जा रहा है.
एनसीसी के रूम में लगा दिया गया है ताला
भवन में लाइब्रेरी, स्टाफ व एनसीसी के रूम स्थित है. लाइब्रेरी को छोड़कर सभी रूम पूरी जर्जर हो गये हैं. एनसीसी के रूम में, तो ताला लगा दिया गया है. 10 साल पूर्व ऑफिस की मरम्मत हुई थी. वहीं भवन के ऊपरी हिस्सा की वायरिंग को ऐसे ही छोड़ दिया गया है. इससे कभी भी शॉर्ट सर्किट होने की आशंका बनी रहती है.
277 विद्यार्थी हैं अध्ययनरत
मिर्धा व आसपास के गरीब बच्चे इस विद्यालय में नामांकित है. कक्षा एक से 10 तक के 277 विद्यार्थी आवासीय विद्यालय में रहकर अपनी शिक्षा ग्रहण कर रहे हैं. कक्षा एक में 26, दो में 13, तीन में 14, चार में 13, पांच में 11, छह में 40, सात में 40, आठ में 40, नौवीं में 40 व कक्षा 10 में 39 विद्यार्थी अध्ययनरत हैं. वहीं सात शिक्षक कार्यरत हैं. इस संबंध में प्रधानाध्यापक अब्दुल काजिर समीरी ने कहा कि कल्याण विभाग को जर्जर भवन की सूचना दी गयी है. जिला प्रशासन के अधिकारियों ने निरीक्षण कर स्थिति का जायजा लिया था. भवन निर्माण का भी आश्वासन दिया गया है.
जल्द करायी जायेगी मरम्मत
जिला कल्याण पदाधिकारी निली सरोज ने कहा कि राजकीय अनुसूचित जाति आवासीय विद्यालय मिर्धा की जर्जर भवन की जांच रिपोर्ट आ गयी है. आगे की कार्यवाही जारी है. जल्द जर्जर भवन की मरम्मत करायी जायेगी.
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