बोकारो, बोकारो व्यावसायिक प्लॉट होल्डर्स वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेंद्र विश्वकर्मा ने कहा है कि बोकारो स्टील प्लांट प्रबंधन लीज नवीकरण के मामले में रांची उच्च न्यायालय में सिंगल बेंच का फैसला प्रबंधन के खिलाफ आया था. इसके खिलाफ बीएसएल ने डबल बेंच में अपील की है, जिसपर फैसला 2024 से सुरक्षित है. बीएसएल के पक्ष में कोई स्थगन आदेश नहीं है. फिर भी, बीएसएल न्यायालय के फैसला का सम्मान करने के बजाय, प्लॉट कैंसिल करने की कार्यवाही कर रहा है. प्रबंधन प्लॉटधारियों को भयभीत कर लीज नवीकरण की राशि जमा कराना चाहता है.
प्लॉट होल्डर्स भयभीत नहीं हों
श्री विश्वकर्मा ने बुधवार को यहां एक विज्ञप्ति जारी कर कहा कि प्लॉट होल्डर्स भयभीत नहीं हों. जिनका भी प्लॉट बीएसएल द्वारा कैंसिल किया जा रहा है, उनको न्याय के लिए आगे आना होगा. लीज नवीकरण में करोड़ों की मांग, मनमाना सर्विस चार्ज, लीज रेंट और अब ट्रेड चेंज के नाम पर वसूली जारी है. इसके कारण बोकारो उजड़ रहा है. बीएसएल सर्वसाधारण प्लॉट होल्डर्स जिनका लीज नवीकरण नहीं हुआ है, उनको तरह-तरह की धमकी देकर, बिजली काट कर, पानी काटकर, प्लॉट कैंसिल कर उनसे लीज नवीकरण का पैसा जमा करा लिया जा रहा है.
ट्रेड चेंज का मामला रांची उच्च न्यायालय में लंबित
श्री विश्वकर्मा ने कहा कि बीएसएल के ट्रेड चेंज के मामले में रांची उच्च न्यायालय ने रोक लगा रखी है. बीएसएल को काउंटर एफिडेविट देना है. लेकिन, बीएसएल ने जवाब नहीं दिया है. उल्टा पुनः प्लॉट होल्डर्स को ट्रेड चेंज पर लाखों रुपया जमा करने व प्लॉट कैंसिल करने की धमकी दे रहा है.पार्किंग पर भी शुल्क लगाया
श्री विश्वकर्मा ने कहा कि 20 हजार करोड़ का मुनाफा कमाने वाली कंपनी ने विस्थापित को ढाल बनाकर अपने कंपनी के लिए लाखों रुपये का अवैध उपार्जन पार्किंग के नाम पर कर लिया. पार्किंग शुल्क के नाम पर सुविधा देने के बजाय आम जन/प्लाट होल्डर्स से वसूली कर रही है. लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है. कहा कि आपात बैठक जल्द ही बुलायी जा रही है, ताकि सभी एकजुट हो, आगे की रणनीति बनायेंगे.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

