बोकारो : जिला में नवनियुक्त 80 शिक्षकों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्थित स्कूलों में पदस्थापित किया जायेगा. जिला शिक्षा अधीक्षक ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. प्रशासन नवनियुक्त शिक्षकों को वैसे स्कूल में पदस्थापित करेगा,जहां, शिक्षक के नहीं होने के कारण स्कूल बंद है या पारा शिक्षक के भरोसे स्कूल का संचालन हो […]
बोकारो : जिला में नवनियुक्त 80 शिक्षकों को नक्सल प्रभावित क्षेत्र में स्थित स्कूलों में पदस्थापित किया जायेगा. जिला शिक्षा अधीक्षक ने इसकी तैयारी शुरू कर दी है. प्रशासन नवनियुक्त शिक्षकों को वैसे स्कूल में पदस्थापित करेगा,जहां, शिक्षक के नहीं होने के कारण स्कूल बंद है या पारा शिक्षक के भरोसे स्कूल का संचालन हो रहा है. बताते चलें कि जिला में लगभग 105 स्कूलों में स्थायी तौर पर शिक्षक नहीं है. नावाडीह व गोमिया में कई स्कूल बंद पड़े है.
एक सप्ताह में होगी पदस्थापना : प्रशासन नवनियुक्त शिक्षकों को एक सप्ताह के भीतर स्थापना की बैठक कर पदस्थापित करेगा. डीसी ने इसके लिए डीएसइ को आवश्यक दिशा निर्देश दिया है. शिक्षकों को कसमार, गोमिया व नावाडीह प्रखंड क्षेत्र के बंद पड़े स्कूलों में पदस्थापित करने की बात कही है.
जिला अनुश्रवण समिति में उठी थी मांग : जिला अनुश्रवण समिति की हुई बैठक में गिरिडीह के सांसद रवींद्र पांडेय, डुमरी के झामुमो विधायक जगरनाथ महतो व गोमिया के विधायक योगेन्द्र महतो ने शिक्षकों के बिना स्कूल चलने की बात को जारेदार ढंग से सदन में रखा था.
नक्सलियों के भय से बदला मोबाइल टावर का स्थान
जिले के नक्सल प्रभावित इलाका गोमिया में लगने वाले दो मोबाइल टावर के स्थान को नक्सलियों भय के कारण बदल दिया गया. टावर लगाने वाली कंपनी ने इसके लिए जिला प्रशासन से स्थान बदलने का आग्रह किया था. जिला प्रशासन ने मोबाइल टावर स्थापित करने के लिए दोनों स्थान में थोड़ा सा फेरबदल कर दिया है. हालांकि जिला प्रशासन ने स्थान बदलने का कारण अप्रोच सड़क नहीं होना बता रहा है. लेकिन कंपनी से जुड़े अधिकारी का कहना है कि जहां पूर्व में गोमिया प्रखंड के दुधमो व मोर्रा गांव में टावर के लिए स्थान का चयन किया गया था, वह स्थान नक्सलियों के प्रभाव वाला इलाका है. वहां कार्य करने में कठिनाई होगी, वहीं भविष्य में टावर भी सुरक्षित नहीं रहेगा.
पेटरवार के रूकाम में बदला स्थान : मोबाइल टावर लगाने के लिए पेटरवार प्रखंड के रूकाम में भूमि चिह्न्ति की गयी थी. उक्त भूमि जंगल-झाड़ी है, जो वन विभाग के अधीन है.भूमि के हंस्तानांतरण की कठिन व जटिल प्रक्रिया के कारण जिला प्रशासन ने उक्त चयनित स्थान को भी बदल दिया है.
मोबाइल टावर के लिए 24 गांवों का चयन : जिले के नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में मोबाइल टावर स्थापित करने के लिए 24 गांवों का चयन किया गया है. इसके लिए भूमि को चिह्न्ति कर लिया गया है. इसमें अधिकतर गांव बेरमो अनुमंडल क्षेत्र में स्थित है.