बोकारो : वर्ष 1999 में हुए मोनिका बलात्कार कांड के दोषियों को सजा दिलाने में अहम भूमिका निभाने वाले अरुण टाइगर नहीं रहे. उनकी पहचान एक हिंदू नेता व बोकारो में कराटे के जनक के रूप में भी रही है. शनिवार को उनका शव उनके सेक्टर-12 ए, आवास संख्या-3018 में पाया गया. पड़ोसियों की सूचना पर पहुंची सेक्टर-12 पुलिस ने दरवाजा खोला तो उनका शव पड़ा मिला.
पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. पुलिस पोस्टमार्टम के बाद परिजनों को शव सौंपेगी. इधर, उनकी मौत हृदयाघात से होने की आशंका व्यक्त की जा रही है. मृतक का पूरा परिवार जमशेदपुर में रहता है. भाई वरुण को टाइगर की मौत की खबर भेज दे दी गयी है. अरुण टाइगर अपने पीछे भरा-पूरा परिवार छोड़ गये हैं.
उनकी मां लक्ष्मी देवी, पत्नी मनीकांता देवी व एक पुत्र-पुत्री हैं. टाइगर मूलत: बिहार के बांका जिला के रहने वाले थे. बोकारो में मार्शल आर्ट कराटा के प्रशिक्षण की शुरुआत उन्होंने ही की थी. उनसे प्रशिक्षित कई लोग अंतरराष्ट्रीय पहचान बना चुके हैं. विधानसभा चुनाव में बोकारो से शिवसेना के प्रत्याशी भी रह चुके हैं.
हिंदू संगठनों व खेल जगत ने जताया शोक
अरुण टाइगर की मौत की खबर से हिंदू संगठनों के साथ-साथ खेल जगत में मातम है. विहिप के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष जगन्नाथ शाही, बोकारो विधायक बिरंची नारायण, नरेंद्र कुमार राय, संजय त्यागी, संतोष सिंह, राष्ट्रीय खिलाड़ी अनिल कुमार समेत अन्य हिंदू संगठन, खेल जगत व कई गण्यमान्य लोगों ने दु:ख जाहिर किया.
