बीआरसी भवन में चल रहा है कस्तूरबा विद्यालय
मुकेश तिवारी
रमकंडा (गढ़वा) : कस्तूरबा गांधी आवासीय बालिका उच्च विद्यालय का भवन नहीं बन पाने के कारण पिछले सात वर्ष से यह प्रखंड संसाधन केंद्र (बीआरसी) में संचालित किया जा रहा है. इसके कारण छात्राओं को पढ़ने एवं आवासीय व्यवस्था में काफी कठिनाई ङोलनी पड़ रही है. कस्तूरबा विद्यालय में करीब 150 छात्राओं का नामांकन है. इन छात्राओं को बीआरसी के तीन एवं उच्च विद्यालय के दो कमरों में सिमट कर सोना एवं पढ़ना पड़ रहा है. एक ही बिस्तर पर दो-दो छात्राओं को रहना पड़ रहा है.
छात्राओं की असुविधा को देखते हुए 19 सितंबर 2007 को तत्कालीन मानव संसाधन विकास मंत्री बंधु तिर्की ने प्रखंड मुख्यालय के महुआ धाम के पास कस्तूरबा विद्यालय भवन का शिलान्यास किया. लेकिन भूमि विवाद के कारण विद्यालय का भवन नहीं बन पाया. बाद में पुन: 29 मार्च 2013 को क्षेत्रीय विधायक सत्येंद्रनाथ तिवारी ने करीब ढ़ाई करोड़ रुपये की लागत से बननेवाले कस्तूरबा विद्यालय भवन का शिलान्यास स्थानीय बड़का आहर के पास किया था. संवेदक द्वारा निर्माण कार्य की शुरुआत भी की गयी. लेकिन पिछले छह महीने से विद्यालय भवन का निर्माण कार्य फिर रुक गया है. बरसात शुरू हो जाने के बाद आहर में पानी भर जाने से विद्यालय भवन का निर्माण कार्य पूरी तरह से प्रभावित हो जायेगा. विद्यालय भवन समय पर नहीं बन पाने के कारण छात्राओं को यह समस्या का सामना कब तक करना पड़ेगा, यह अनिश्चय बना हुआ है.