रांची: राज्य के सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले एचआइवी पीड़ित बच्चों के लिए विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जायेगा. भारत सरकार ने इसके लिए झारखंड शिक्षा परियोजना को राशि उपलब्ध करा दी है. झारखंड शिक्षा परियोजना द्वारा दिये गये प्रस्ताव को भारत सरकार ने अपनी स्वीकृति दे दी है.
इसके तहत अभिभावक परामर्श, एड्स दिवस के दिन सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन, विज्ञान प्रदर्शनी, हॉकी खेल प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षक की व्यवस्था, हॉकी लीग शो दिखाने की व्यवस्था, गीत-संगीत प्रशिक्षण के लिए प्रशिक्षक की व्यवस्था के अलावा बच्चों को पोशाक दिया जायेगा. झारखंड शिक्षा परियोजना निदेशक ने सभी जिलों के उपायुक्त, क्षेत्रीय उप शिक्षा निदेशक को पत्र लिख इस संबंध में आवश्यक कार्रवाई करने को कहा है. वर्तमान में हजारीबाग जिले में 50 एचआइवी पीड़ित बच्चों को चिह्न्ति किया गया है.बच्चों को शैक्षणिक भ्रमण पांच जुलाई को कराया जायेगा. यह भ्रमण जिला स्तरीय होगा.
नियुक्त होंगे खेल प्रशिक्षक : स्कूलों में हॉकी खेल प्रशिक्षक की व्यवस्था की जायेगी. स्कूल में छह माह के लिए हॉकी खेल प्रशिक्षक रखे जायेंगे. बच्चों को खेल का प्रशिक्षण जुलाई से दिसंबर के बीच दिया जायेगा. बच्चों में हॉकी खेल सीखने एवं इसके प्रति रुचि बढ़ाने के लिए उन्हें हॉकी लीग दिखाया जायेगा.
गीत-संगीत का प्रशिक्षण : स्कूल में गीत-संगीत के प्रशिक्षण के लिए भी प्रशिक्षक नियुक्त किये जायेंगे. प्रशिक्षक का चयन संबंधित स्कूल द्वारा किया जायेगा. प्रशिक्षण जुलाई में शुरू करने को कहा गया है. राज्य के विभिन्न स्कूलों में गीत संगीत का प्रशिक्षण दिसंबर तक चलेगा.
एड्स दिवस पर कार्यक्रम
एड्स दिवस के दिन प्रभावित बच्चों के लिए जिला स्तरीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा. बच्चों के बीच गीत-संगीत, पेंटिग, दौड़, नृत्य समेत विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया जायेगा. कार्यक्रम के लिए स्थल का चयन जिला स्तर पर किया जायेगा.
बच्चों को मिलेगी पोशाक
प्रत्येक बच्चे को दो सेट पोशाक दी जायेगी. बच्चों को पोशाक 15 जुलाई तक उपलब्ध कराने का लक्ष्य रखा गया है. स्कूलों को पोशाक वितरण से संबंधित प्रतिवेदन 30 जून तक राज्य कार्यालय को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया है.
विज्ञान प्रदर्शनी
विज्ञान प्रदर्शनी में सभी बच्चों के लिए विषय का चयन शिक्षक करेंगे.इसके लिए शिक्षक एक माह पूर्व बच्चों का प्रोजेक्ट तैयार करने की प्रक्रिया शुरू करेंगे. राशि संबंधित प्रखंड के प्रखंड शिक्षा प्रसार पदाधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराया जायेगा.
अभिभावकों को परामर्श
बच्चों के अभिभावकों के लिए परामर्श कार्यक्रम चलाया जायेगा. इसके लिए स्वास्थ्य विभाग के सहयोग से कार्यशाला आयोजित की जायेगी. इस संबंध में 15 जून तक सभी जिलों के विद्यालयों से रिपोर्ट देने को कहा गया है. रिपोर्ट मिलने के बाद काम शुरू होगा.