बिहार में अपनी खूबसूरत हरियाली से लोगों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करने वाले वाल्मीकि टाइगर रिजर्व के जंगलों की हरियाली कुछ शरारती तत्वों की लापरवाही से खत्म हो रही है. वीटीआर के बीचों बीच से गुजरी मदनपुर-वाल्मीकिनगर स्टेट हाईवे के किनारे मदनपुर वन क्षेत्र के जंगल में आग लगी है. इसी स्टेट हाइवे सड़क से राज्यपाल को वाल्मीकिनगर जाना था. जिसके बाद वन कर्मियों में अफरा-तफरी मच गयी. सड़क किनारे जंगल के क्षेत्र तक धीरे-धीरे आग फैल गया और देखते ही देखते सदाबहार जंगल के छोटे- छोटे पौधे व कीड़े मकोड़े जलकर राख हो गये.
वन विभाग ने आग पर पाया काबू
इस घटना की जानकारी मिलते ही वन विभाग के अधिकारियों की नींद उड़ गयी. क्योंकि राज्यपाल के वाल्मीकिनगर दो दिवसीय दौरे के लिए निकलने से कुछ समय पहले ही जंगल में आग लग गय थी. जिससे वन विभाग के अधिकारियों में अफरा-तफरी मच गयी. आग लगने से पूरी सड़क पर धुआं से अंधेरा हो गया. हालांकि वन कर्मियों ने आग पर काबू पाया लिया है. वही आग लगने के कारणों का पता अभी तक नहीं चल सका है.
मदनपुर से भेड़िहारी तक राज्यपाल को मिली वीटीआर की वीरानगी
कुछ माह पूर्व यह जंगल अपने मनमोहक हरियाली से लोगों को बरबस ही अपनी ओर आकर्षित करती थी. पर्यटकों से लेकर आस पास के लोग सुबह शाम यहां आकर सुकून भरी जिंदगी का अनुभव करते थे. इसी दौरान राज्यपाल राजेंद्र विश्वनाथ आर्लेकर का वाल्मीकिनगर अंतर्गत ठाड़ी गांव में दो दिवसीय दौरे पर आ गये. लेकिन उनको मदनपुर से लेकर भेड़िहारी तक वीटीआर के जंगल की सूखे व जले पेड़ पौधे तथा बेंत की जली झाड़ी स्टेट हाईवे के किनारे चारों तरफ दिखी. कहा जा सकता है कि राज्यपाल को वीटीआर के जंगल में विरानगी ही दिखी. बता दें कि कुछ माह पूर्व ही कुछ शरारती तत्वों की लापरवाही ने जंगल के खूबसूरत नजारे को भयावह नजारे में तब्दील कर दिया है. इन दिनों इस जंगल की स्थिति देख कर प्रकृति प्रेमियों का कलेजा दहल उठता है. इन दिनों इस जंगल में मनुष्य तो दूर, पशु-पक्षी व मवेशी भी जाने से कतराने लगे है.