मधेपुरा : कुमारखंड सामुदायिक स्वास्थ केंद्र में पदस्थापित रहे दंत चिकित्सक द्वारा 16 वर्षीया किशोरी को लेकर फरार होने का मामला प्रकाश में आया है. इसे लेकर परिजनों ने विवाह की नीयत से नाबालिग पुत्री को भगा कर ले जाने का आरोप लगाते हुए थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी है.
जानकारी के अनुसार, सामुदायिक स्वास्थ केंद्र कुमारखंड में पदस्थापित दंत चिकित्सक डॉ धनंजय कुमार ड्यूटी के बाद कुमारखंड बाजार स्थित आवास पर निजी क्लिनिक चलाते थे. इस दौरान स्थानीय वार्ड संख्या-11 निवासी बिजेंद्र यादव से दूध लेते थे. दूध लेने के दौरान उनकी 16 वर्षीया नाबालिग पुत्री से प्रेम हो गया. इसी बीच, चार महीना पूर्व उन्होंने सामुदायिक स्वास्थ केंद्र के चिकित्सक के पद से इस्तीफा दे दिया और सामुदायिक स्वास्थ केंद्र हाजीपुर में योगदान कर लिया. हाजीपुर में योगदान के बावजूद उनका कुमारखंड आना जाना लगा रहा. इस दौरान शनिवार को दंत चिकित्सक कुमारखंड पहुंच कर रातो-रात किशोरी को साथ लेकर फरार हो गया. घटना के बाद परिजन किशोरी के तलाश में जुट गये, परंतु पता नहीं चल सका. इसी क्रम में परिजन जब चिकित्सक के क्लिनिक पर पहुंचे, तो गृह स्वामी ने शनिवार की रात आवास खाली कर चिकित्सक के चले जाने की बात बतायी. उसके बाद परिजनों को चिकित्सक पर संदेह हुआ. घटना को लेकर परिजन द्वारा विवाह के नीयत से नाबालिग किशोरी को भगा कर ले जाने के आरोप में मामला दर्ज कराया है. इस संबंध में थानाध्यक्ष दीपक चंद्र दास ने बताया कि प्राथमिकी दर्ज कर किशोरी के बरामदगी की कार्रवाई शुरू कर दी गयी है.
दंत चिकित्सक को है नौ साल की बेटी, पत्नी से चल रहा अनबन
नाबालिग प्रेमिका संग फरार दंत चिकित्सक डॉ धनंजय कुमार नौ वर्षीया पुत्री के पिता हैं. पत्नी के साथ अनबन के कारण दांपत्य जीवन ठीक तरीके से नहीं बीत रहा है. इसे लेकर पत्नी द्वारा कुमारखंड और महिला थाना सहरसा में अलग-अलग प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है. जानकारी के अनुसार दंत चिकित्सक डॉ कुमार की शादी सहरसा निवासी नीतू कुमारी पोल्टेकनिक कॉलेज के शिक्षिका के साथ 11 वर्ष पूर्व हुई थी. दो वर्ष बाद उन्होंने एक पुत्री निष्ठा को जन्म दिया. बच्ची के जन्म के बाद पति पति के रिश्ते में खटास पैदा हो गयी. इस दौरान दंत चिकित्सक का पदस्थापन सामुदायिक स्वास्थ केंद्र कुमारखंड में हो गया. इस दौरान पत्नी चिकित्सक के आवास पर आती, लेकिन चिकित्सक उन्हें अपने कमरे में भी रहने नहीं देते थे. बच्ची के साथ इधर-उधर रात काट कर किसी प्रकार शिक्षिका सहरसा लौट जाती थी. इसी बीच, उनके द्वारा कई बार समझौते का प्रयास किया गया, परंतु चिकित्सक उन्हें रखने को तैयार नहीं हुए. परेशान पत्नी कुमारखंड थाने मामला दर्ज कराया. इतना ही नहीं, सहरसा महिला थाने में भी प्राथमिकी दर्ज कराकर न्याय की गुहार लगायी है. चिकित्सक दोनों मामले में बांड जमानत पर हैं. इस दौरान विवाह की नीयत से नाबालिग किशोरी को भगाकर ले जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है.