हाजीपुर:बिहारमें हाजीपुर जेल के अंदर बीते 3 जनवरी को विचाराधीन बंदी मनीष तेलिया की गोली मार कर हत्या व इस मामले में एक कक्षपाल की गिरफ्तारी के बाद जेल की सुरक्षा व्यवस्था को फुल प्रूफ बनाने की प्रशासनिक कवायद शुरू हो गयी है. इसी कड़ी में हाजीपुर जेल में बंद 13 विचाराधीन बंदियों को भागलपुर व अन्य दूसरी जेलों में शिफ्ट किया गया है.
पुलिस के अनुसार दूसरी जेल में शिफ्ट किये गये बंदियों ने हाजीपुर जेल के अंदर अपना वर्चस्व स्थापित कर रखा था. इनमें से कई बंदी सोना लूट, हत्या समेत कई चर्चित आपराधिक कांडों में जेल के अंदर बंद थे. इनमें से कुछ बंदी मनीष तेलिया की हत्या की घटना की साजिश में भी शामिल बताये गये हैं.
जेल सुप्रीटेंडेंट रमेश प्रसाद ने बताया कि हाजीपुर मंडल कारा में बंद अन्नु सिंह, अरविंद गोप, कृष्ण मोहन राय, प्रसाद मियां, भागदेव राय, धर्मनाथ सिंह, सुजीत सिंह, सोनू कुमार, रंजीत ठाकुर, अभिजित कुमार, चंद्रलोक उर्फ चंदु और सुभाष राय समेत 13 बंदियों को भागलपुर जेल में शिफ्ट किया गया है.
जेल के अंदर चलता था इनका साम्राज्य
पुलिस के अनुसार दूसरी जेल में शिफ्ट किये गये बंदियों ने अपनी दबंगता के बल पर जेल के अंदर अपना साम्राज्य कायम कर रखा था. जेल के अंदर इनकी आपसी रंजिश व वर्चस्व को लेकर विधि-व्यवस्था की गंभीर समस्या बनी हुई थी. बताया जाता है कि जेल के अंदर से ही क्राइम की दुनिया में अपना दबदबा बरकरार रखा था. कई आपराधिक मामलों का जेल कनेक्शन पहले भी कई बार सामने आ चुका है. इन बंदियों का जेल के अंदर इस कदर वर्चस्व कायम था कि दूसरे बंदी इनके डर से कुछ भी बोलने से कतराते थे.
मनीष तेलिया की हत्या के बाद सकते में आया प्रशासन
बीते 3 जनवरी को मुखबिरी व लूटे गये सोना के विवाद में जेल के अस्पताल वार्ड में राजापाकड़ थाने के तेलिया निवासी मनीष कुमार सिंह उर्फ मनीष तेलिया की हत्या की घटना ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था को कटघरे में खड़ा कर दिया था. मौके पर पहुंचे जेल आईजी मिथिलेश मिश्रा ने जेल की सुरक्षा व्यवस्था का रिव्यू किया था. आईजी के सख्त रूख के बाद जेल प्रशासन ने जेल के अंदर बंद दबंग बंदियों की सूची प्रशासन को उपलब्ध करायी थी. डीएम-एसपी के संयुक्त प्रतिवेदन पर 13 बंदियों की सूची हेडक्वार्टर को उपलब्ध करायी गयी. इसी अनुशंसा के आधार पर 13 बंदियों को दूसरी जेल में शिफ्ट किया गया.
क्या कहते हैं एसपी
एसपी गौरव मंगलानेजानकारीदेतेहुए बताया कि जेल में हत्या की घटना के बाद 13 बंदियों को चिह्नित कर उनकी सूची मुख्यालय को भेजी गयी थी. वहां से 13 बंदियों को दूसरी जेल में शिफ्ट करने का आदेश मिलते ही उन्हें यहां से भागलपुर जेल में शिफ्ट करा दिया गया है.