हाजीपुर : हाजीपुर जेल में बीते तीन जनवरी को मनीष तेलिया की गोली मार कर हत्या की घटना का पुलिस ने खुलासा कर लिया है. जेल में बंद मनीष की हत्या जयपुर समेत कई राज्यों में लूटे गये सोने के बंटवारे को लेकर उत्पन्न विवाद बताया जा रहा है.
दो लाख रुपये लेकर जेल के अंदर पिस्टल पहुंचाने के मामले में पुलिस ने बीते सोमवार को जेलकर्मी राजकुमार को गिरफ्तार कर लिया है. उसके बक्से से दो लाख रुपया भी बरामद किया गया है. इस हत्याकांड में दस लोग शामिल बताये गये हैं. यह जानकारी एसपी गौरव मंगला ने मीडिया को दी.
मालूम हो कि बीते तीन जनवरी को हाजीपुर जेल के अस्पताल वार्ड में राजापाकर थाने के तेलिया निवासी मनीष कुमार सिंह उर्फ मनीष तेलिया की गोली मार कर हत्या कर दी गयी थी. मौके पर पहुंचे सदर एसडीपीओ व अन्य पुलिस पदाधिकारियों ने सीसीटीवी व अन्य सूचनाओं के आधार पर वार्ड नंबर 06/04 में बंद राजा बाबू को उसके हाथ से आ रही बारूद की गंध के आधार पर गिरफ्तार किया था. पूछताछ में उसने अपनी संलिप्तता स्वीकार कर ली थी.
महनार एनकाउंटर का शक था तेलिया पर : पुलिस के अनुसार बेउर जेल में बंद कुख्यात सोना लूट गिरोह का सरगना सुबोध सिंह द्वारा विभिन्न राज्यों से लूटे गये सोना को मनीष तेलिया ही खपाता था. सोना को बेच कर वह विभिन्न माध्यमों से सुबोध सिंह तक पैसा पहुंचाता था. सुबोध की गिरफ्तारी के बाद उसने पैसा देना बंद कर दिया.
इसी बीच 16 मार्च 2019 को महनार थाने के दियारा इलाके में एसटीएफ ने सुबोध सिंह के खासमखास मनीष सिंह को एनकाउंटर में मार गिराया. उसके दो सहयोगी भी मारे गये थे. पुलिस ने वहां से एके 47 जैसे आधुनिक हथियार को भी बरामद किया था. इस एनकाउंटर का शक मनीष तेलिया पर ही था. इसके बाद से ही उसकी हत्या की साजिश रची जा रही थी.
दस लोग थे हत्या की साजिश में शामिल
गिरफ्तारी के बाद तिसिऔता थाने के प्राणपुर निवासी राजाबाबू ने पुलिस को इस हत्याकांड से जुड़े राज का खुलासा कर दिया. पुलिस के अनुसार इस हत्याकांड की साजिश में बेउर जेल में बंद नालंदा के चंडी थाने के चिश्तीपुर निवासी सुबोध सिंह, समस्तीपुर के वारिसनगर थाने के शेखोपुर निवासी राजीव सिंह उर्फ पुल्लु सिंह, हाजीपुर जेल में बंद हाजीपुर नगर थाने के अंदरकिला मोहल्ले का अन्नु सिंह, बिदुपुर थाने के मझौली का चंदन कुमार और कुंदन कुमार तथा शिवहर जिले के तरियानी थाना के छतौनी निवासी जेलकर्मी राजकुमार शामिल थे. इनके अलावा पिस्टल एवं पैसा पहुंचाने वाले तीन अज्ञात लोग भी शामिल हैं. पुलिस उनकी तलाश कर रही है.
जेल गेट से ही अंदर गयी थी पिस्टल
जांच के दौरान गोली मारने के आरोपित राजाबाबू की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने बड़ी ही आसानी से इस हत्याकांड की गुत्थी सुलझा ली. पूछताछ के दौरान अन्नु सिंह द्वारा दस लाख रुपये का प्रलोभन देने व चंदन द्वारा जेलकर्मी राजकुमार से जेल के अंदर पिस्टल मंगाये जाने की जानकारी मिली. पिस्टल अंदर पहुंचाने के लिए उसे दो लाख रुपये मिले थे.
सीसीटीवी फुटेज से इसकी पुष्टि हो गयी. मनीष की हत्या के बाद राजाबाबू को 10 लाख रुपये भी चंदन के माध्यम से ही मिलने वाला था. पुलिस टीम ने राजा की निशानदेही पर वार्ड नंबर छह की बाउंड्री से सटे केला के पेड़ के नीचे छीपा कर रखे गये पिस्टल को बरामद किया था.
बरामद हथियार व रुपये
9 एमएम पिस्टल : 01
जिंदा कारतूस : 01
खोखा : 04
नकद : 02 लाख रुपये सिपाही राजकुमार के बक्से से
