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आरपीएफ इंस्पेक्टर के कार्यालय में सीबीआई ने की छापेमारी

सीबीआई की सात सदस्यीय टीम ने कार्रवाई को दिया अंजाम सोनपुर : सोनपुर रेल मंडल मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम में तैनात रेलवे सुरक्षा बल के एक इंस्पेक्टर दिलीप कुमार सिंह के कार्यालय एवं आवासीय परिसर पर पटना से आयी सीबीआई की टीम ने छापेमारी की. सीबीआई की सात सदस्यीय टीम ने सबसे पहले मंडल निरीक्षक […]

सीबीआई की सात सदस्यीय टीम ने कार्रवाई को दिया अंजाम
सोनपुर : सोनपुर रेल मंडल मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम में तैनात रेलवे सुरक्षा बल के एक इंस्पेक्टर दिलीप कुमार सिंह के कार्यालय एवं आवासीय परिसर पर पटना से आयी सीबीआई की टीम ने छापेमारी की. सीबीआई की सात सदस्यीय टीम ने सबसे पहले मंडल निरीक्षक टू दिलीप कुमार सिंह के मंडल मुख्यालय स्थित कंट्रोल रूम कार्यालय में उन से सर्च वारंट पर हस्ताक्षर करवाया और जांच प्रारंभ की.
उसके बाद सीबीआई की टीम उन्हें लेकर स्टेशन गेट स्थित रेलवे सुरक्षा बल के बैरक में पहुंची. बैरक में ही निरीक्षकों का रेस्ट हाउस है. जानकारी के अनुसार, टीम अहले सुबह से ही इंस्पेक्टर की रेकी कर रही थी. सबसे पहले सीबीआई ने फोन कर उक्त इंस्पेक्टर को सोनपुर बुलाया.
इसके बाद टीम के सदस्य शनिवार को लगभग दस बजे मंडल कार्यालय स्थित आरपीएफ के कंट्रोल रूम में पहुंची. इसी कंट्रोल रूम के वे इंचार्ज थे.
उक्त इंस्पेक्टर हाजीपुर रेलवे सुरक्षा बल के इंस्पेक्टर महेंद्र चौधरी के निलंबित होने पर वहां के पद का प्रभार लिया लिया था. इस टीम का नेतृत्व सीबीआई की इंस्पेक्टर रूबी चौधरी कर रहीं थीं. लगभग दोपहर 11:58 बजे सोनपुर रेलवे स्टेशन गेट स्थित रेलवे सुरक्षा बल के बैरक स्थित रेस्ट हाउस में सीबीआई का सर्च ऑपरेशन तकरीबन 2:25 बजे तक चलता रहा. इसी बीच उक्त इंस्पेक्टर से पूछताछ का सिलसिला जारी रहा. मिली जानकारी अनुसार, सीबीआई की ये रेड शनिवार को एक साथ धनबाद सहित उक्त इंस्पेक्टर के लगभग छह ठिकानों पर चल रहा था.
मामला आय से अधिक संपत्ति अर्जित किये जाने का बताया जाता है. रेड के बाद बैरक से बाहर निकले टीम के सदस्यों ने इस छापेमारी के संबंध में पूछे जाने पर कुछ भी बताने से इन्कार किया. इधर, सीबीआई की टीम के वापस पटना प्रस्थान करने के उपरांत उक्त इंस्पेक्टर दिलीप कुमार सिंह ने इस संबंध में पूछे जाने पर बताया कि सीबीआई को मेरे खिलाफ कुछ भी नहीं मिला. सीबीआई ने छापेमारी के दौरान धनबाद से इंस्पेक्टर के घर से निवेश व आय संबंधी महत्वपूर्ण कागजात जब्त किये हैं.
सीबीआई डीके से पूछताछ व दोनों जगहों पर दो घंटे से ज्यादा समय तक तलाशी ली. सीबीआई टीम ने इंस्पेक्टर से लंबी पूछताछ की. सीबीआइ धनबाद में आरपीएफ इंस्पेक्टर के अंबिकापुर स्थित फ्लैट में छापामेरी की. फ्लैट में इंस्पेक्टर की पत्नी रश्मी रानी व बेटी रहती है. इंस्पेक्टर का बेटा बाहर पढ़ता है. छापेमारी में सीबीआइ बैंक खाता व कागजात हासिल की है.
फ्लैट पर इंस्पेक्टर डीके सिंह व पत्नी रश्मि रानी (एडवोकेट) का नेम प्लेट लगा हुआ है. सीबीआइ एसीबी पटना में इंस्पेक्टर डीके के खिलाफ आय से अधिक संपत्ति का केस दर्ज है. सीबीआइ का आरोप है कि इस दौरान इंस्पेक्टर ने लाखों की चल-अचल संपत्ति अर्जित की है.
44 लाख 72 हजार 281 रुपये की संपत्ति का स्रोत नहीं
इंस्पेक्टर के पास 44 लाख 72 हजार 281 रुपये की संपत्ति का कोई श्रोत नहीं है. यह संपत्ति आय से अधिक है. सीबीआइ की जांच में पाया गया है कि आय से अधिक इस संपत्ति का श्रोत बताने में इंस्पेक्टर विफल रहे हैं. आय से अधिक यह संपत्ति अनुमानत: है. यह राशि बढ़ भी सकती है. पटना सीबीआइ एसीबी में दर्ज केस नंबर आरसी-0232017ए0016 दिनांक 13.10.17 पीसी एक्ट 1998 धारा 13 (2), आर-डबलू13 (1)(ई) के तहत केस दर्ज है.
छह साल में 66 लाख की संपत्ति बनायी
वर्ष 2009 की जनवरी से 2014 की दिसंबर तक अारपीएफ इंस्पेक्टर ने 66 लाख 55 हजाार 681 रुपये की संपत्ति अर्जित की है. इस दौरान वह धनबाद वह सोनपुर में बतौर इंस्पेक्टर पदस्थापित रहे हैं. आयकर विवरणी में इंस्पेक्टर ने पत्नी को रश्मि रानी को हाउस वाइफ बताया है.
आय में अधिकांश मासिक वेतन ही दर्शाया गया है. इंस्पेक्टर को छह साल में 30 लाख 32 हजार रुपये वेतन मिली है. आरोप है कि धनबाद व भभुआ में उनके व परिजनों के नाम से तीन फ्लैट दो प्लाट है. इसकी कीमत 57 लाख 40 हजार 681 रुपये है. बच्चों की शिक्षा व फ्लैट के रख-रखाव पर आठ लाख 53 हजार छह सौ रुपये खर्च किये हैं. आयकर विवरणी के इस हिसाब से इंस्पेक्टर के पास कुल 21 लाख 78 हजार रुपये की संपत्ति बचती है.
जमीन और रियल इिस्टेट में निवेश
इंस्पेक्टर ने छह साल में एक चारपहिया व दोहपिया वाहन क्रय की है जिसकी कीमत नौ लाख 10 हजार है.एसीबी एसपी प्रणव कुमार ने सीबीआइ इंस्पेक्टर नारायण को डीके के खिलाफ दर्ज आय से अधिक संपत्ति के केस का आईओ बनाया है.
सीबीआइ सूत्रों का कहना है कि आरपीएफ इंस्पेक्टर ने धनबाद में पदस्थापना के दौरान ही अकूत संपत्ति अर्जित की है. धनबाद, पटना व रांची में पार्टनरशीप में अप्रत्यक्ष रूप से रियल स्टेट कारोबार चल रहा है. धनबाद के जय प्रकाश नगर में अपार्टमेंट एक संबंधी के नाम पर बन रहा है.
भूली रोड में कहीं अपार्टमेंट बन रहा है.

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