हाजीपुर : करवा चौथ का व्रत कार्तिक मास की कृष्ण चतुर्थी को रखा जाता है. यह त्योहार विवाहित जोड़ी के बीच प्यार का प्रतीक है. करवा चौथ वास्तव में औरतों की मजबूर इच्छाशक्ति का प्रतीक है, जो अपने पति की लंबी उम्र के लिए पूरा दिन अखंड निर्जला व्रत करती हैं. ज्योर्तिविद पं राजेश्वरी मिश्रा की मानें तो इस बार रविवार की सायं 7.25 बजे से चौथ हो रही है. रात में चौथ होने का लाभ रविवार को है. इसलिए व्रत रविवार को रखा जायेगा. सायं 7.51 बजे चंद्रोदय होगा.
चंद्रोदय के साथ ही अति दुर्लभ संयोग कृतिका नक्षत्र भी होगा, जिसमें चंद्र का दर्शनकर पति का चेहरा चलनी से देखने के बाद पति के हाथों जल पीकर व्रती अर्घ देकर अपना व्रत पूरा करेंगी.