गोरौल : मनरेगा के तहत पंचायतों में बनने वाले शौचालय निर्माण में अवैध उगाही की जा रही है. यह आरोप गोरौल गांव निवासी धनंजय कुमार झा ने लगते हुए प्रखंड विकास पदाधिकारी को एक आवेदन भी दिया है. जिसमें बताया है कि मनरेगा योजना एक काम की मांग आधारित योजना है. लाभुक से किसी भी रूप में अंशदान नहीं लेना है, जबकि शौचालय निर्माण के नाम पर खुलेआम तीन हजार रुपये लिये जा रहे हैं. उन्होंने बताया कि प्रखंड में मची इस लूट की जांच करने के लिये जिलाधिकारी को भी आवेदन की प्रति दी गयी है.
इधर प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी संजीव कुमार मिश्रा से पूछे जाने पर इस संबंध में कुछ भी बताने से इन्कार किया और अवैध वसूली के बारे में पूछे जाने पर चुप्पी साध ली. वहीं बीडीओ शिशप्रिय वर्मा ने बताया कि आवेदन प्राप्त हुआ है. आवेदन में वर्णित तत्थों की जांच करायी जा रही है. जांच के उपरांत नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी.