सोनपुर : शासन-प्रशासन के कड़े निर्देश के बावजूद सोनपुर में लाल बालू का काला कारोबार रोकने में स्थानीय पुलिस प्रशासन असफल है. सोनपुर के सबलपुर दियारा से लेकर गंगाजल, पहलेजा घाट, डोमवा घाट, कल्लू घाट से लेकर आधा दर्जन से अधिक घाटों पर बालू का अवैध खनन, भंडारण एवं बिक्री बेरोक-टोक हो रही थी. लेकिन सोनपुर के थानाध्यक्ष अरुण मालाकार ने अभियान चला कर बालू कारोबारियों के खिलाफ कार्रवाई तेज करने का काम शुरू किया.
इससे बालू कारोबारियों ने स्थानीय पुलिस प्रशासन के खिलाफ आर-पार की लड़ाई शुरू कर दी. गत चार मार्च को अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पंकज कुमार शर्मा के निर्देशन में सोनपुर के तत्कालीन थानाध्यक्ष दल-बल के साथ गंगाजल घाट से अवैध बालू कारोबार की सूचना पर छापेमारी करने पहुंचे. छापेमारी के क्रम मे पांच ट्रक एवं हाईवा को जब्त कर थाने पर लाने की कार्रवाई की जा रही थी कि इसी बीच बालू माफियाओं ने पुलिस को घेर कर दुधैला मठ के पास हमला कर दिया.
हमले में आधा दर्जन से अधिक पुलिस के जवान तथा तत्कालीन थानाध्यक्ष बुरी तरह से जख्मी हो गये. घायल थानाध्यक्ष ने अपने ही पुलिस पदाधिकारी पर नामजद लोगों से सांठगांठ रखने का आरोप लगाया. साथ ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी पंकज कुमार शर्मा के विरुद्ध थाने में स्टेशन डायरी करने का काम किया. इसके बाद बालू माफियाओं का आतंक लोगों के सिर चढ़ कर बोलने लगा और बालू माफिया बेखौफ होकर अपना अवैध कारोबार करने लगे. कुछ दिनों बाद नजरमीरा पंचायत में तत्कालीन आरक्षी निरीक्षक विजय कुमार सिंह पर असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया. 13 सितंबर को नयागांव थाने पर बालू माफियाओं के समर्थकों ने हमला कर सैप के जवान को घायल कर दिया.