हाजीपुर : सदर अस्पताल परिसर में शनिवार को उस समय अफरा-तफरी मच गयी जब अस्पताल परिसर के एआरटी सेंटर के पीछे करेंट लगने से दो बच्चों की मौत हो गयी. दोनों बच्चों को मृत पड़ा देख आस-पास के लोगों ने तत्काल घटना की सूचना सदर अस्पताल के कर्मचारियों को दी. इधर सदर अस्पताल में दो बच्चे की मौत की खबर आग की तरह फैल गयी. घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस मौके पर पहुंच गयी. इधर बच्चों की मौत की खबर मिलते ही मृतक के परिजनों के घर पर कोहराम मच गया. मृतक 13 वर्षीय अर्जुन कुमार, विनोद मल्लिक का पुत्र था. दूसरा 12 वर्षीय राजा कुमार जो विनय महतो का पुत्र था.
दोनों नगर थाना क्षेत्र के क्रांति चौक के रहने वाले थे. दोनों बच्चे कबाड़ी चुनने का काम करते थे. बताया जाता है कि सदर अस्पताल कैंपस में लगे बिजली के पोल से होकर विद्युत तार आरटी सेंटर वार्ड के पीछे जमीन को छूते हुए बाहर किसी के घर पर गया हुआ था. इसी तार से करेंट की चपेट में आने से दोनों बच्चे की मौत हो गयी. एआरटी सेंटर के पीछे दोनों बच्चे किस लिए गये थे यह पता नहीं चल पाया, लेकिन लोगों ने आशंका जतायी कि कबाड़ी का सामान चुनने के ख्याल से वहां गये होंगे.
दिन के लगभग तीन बजे के आस पास एआरटी सेंटर के छत से किसी ने दोनों को मृत पड़ा देखा और तत्काल इसकी सूचना सदर अस्पताल के कर्मचारियों को दी. सूचना मिलते ही आसपास के लोग वहां जुट गये. इधर घटना की सूचना मिलते ही नगर थाना की पुलिस सदर अस्पताल में पहुंची. बिजली के पोल से तार को काट कर हटाया गया. तब जाकर दो बच्चों के शव को निकाला गया. पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया. इधर मृतक के परिजन मौत की खबर सुनते ही सदर अस्पताल पहुंच गये. बच्चों की मां का रो-रो कर बुरा हाल था. परिजनों ने बताया कि सुबह से ही दोनों घर से निकले हुए थे. दोनों की काफी देर से खोज-बीन की जा रही थी. सिविल सर्जन से सदर अस्पताल के कैंपस में लगे बिजली के पोल से बिजली की लाइन बाहर किसी के घर में जाने के बारे में पूछे जाने पर उन्होने बताया कि इस संबंध में मुझे कोई जानकारी नहीं है. जिस तरह इतने उपर से इस पोल से बिजली का तार बाहर ले जाया गया है, इससे लगता है कि यह कोई बिजली मिस्त्री का काम है. सीएस ने कहा कि विद्युत लाइन के मामले की जांच के लिए मैंने विद्युत विभाग को कहा है.