घना कोहरा छाए रहने से वाहन चालकों को हो रही थी परेशानी
जिले में अगले 24 से 48 घंटे तक घना कुहासा छाए रहने की संभावना
सुपौल. जिले में मौसम ने अचानक करवट बदल लिया. मंगलवार की सुबह घना कोहरा छाया रहा. सुबह नौ बजे के बाद लोगों को सूर्य के दर्शन हुए. शहर घने कुहासे की गिरफ्त में ऐसा जकड़ा कि लोगों की दिनचर्या पूरी तरह प्रभावित हो गयी. जागते ही जब लोगों ने घरों की खिड़कियां खोलीं, तो बाहर धुंध की चादर इतनी घनी थी कि कुछ ही कदम की दूरी भी दिखाई नहीं दे रही थी. मौसम के इस अचानक बदले मिजाज ने आम जनजीवन पर गहरा असर डाला और पूरे जिले में धीमी गति का माहौल बना रहा. सुबह करीब छह बजे के बाद भी सड़कें मानो अंधेरे में डूबी रहीं. लोग जैसे ही बिस्तर से उतरे, बाहर के मौसम ने चौंका दिया. तेज ठंड के साथ छाई भारी धुंध ने लोगों को घरों में ही रुकने पर मजबूर कर दिया. सड़कों पर अत्यधिक कम दृश्यता के कारण वाहन रफ्तार पकड़ ही नहीं सकी. गाड़ी चालकों को हेडलाइट और इंडिकेटर जलाकर सावधानी से आगे बढ़ना पड़ा. कुछ स्थानों पर ऑटो और बाइक चालक बीच सड़क पर खड़े होकर दृश्यता बेहतर होने का इंतजार करते दिखाई दिए. मंगलवार को अधिकतम तापमान 22 डिग्री और न्यूनतम तापमान 13 डिग्री रिकॉर्ड किया गया.स्कूली बच्चों को हुई सबसे ज्यादा परेशानी
कुहासे ने सबसे अधिक असर स्कूली बच्चों पर डाला. मंगलवार की सुबह अधिकांश स्कूल बसें और वैन अपने निर्धारित रूट पर समय से नहीं पहुंच सकीं. दृश्यता कम होने की वजह से ड्राइवरों को धीरे-धीरे वाहन चलाने पड़े, जिस कारण कई स्कूल बसों को 20 से 40 मिनट तक का विलंब हुआ. बस स्टॉप पर इंतजार कर रहे बच्चों और उनके अभिभावकों को ठंड में खड़े रहकर परेशान होना पड़ा. कुछ अभिभावकों ने तो सुरक्षा के मद्देनजर खुद बच्चों को स्कूल छोड़ने का फैसला किया.मार्केट व ऑफिस खुलने में भी दिखी सुस्ती
कुहासा इतना घना था कि बाजार और दफ्तरों में भी सामान्य दिनों की तुलना में काफी देर तक सन्नाटा छाया रहा. दुकानदारों ने बताया कि सुबह आठ बजे तक भी सड़कों पर वाहनों की आवाजाही बहुत कम थी. कई निजी दफ्तरों के कर्मचारी देर से पहुंचे. ठंड और धुंध का असर सब्जी बाजार में भी देखने को मिला, जहां ग्राहक कम पहुंचे और व्यापारियों की बिक्री धीमी रही.मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट
मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर बिहार के अधिकांश जिलों में अगले 24 से 48 घंटे तक इसी तरह घना कुहासा छाए रहने की संभावना है. विभाग ने सुबह और देर शाम अत्यधिक सतर्क रहने की सलाह जारी की है. विशेषज्ञों का कहना है कि मैदानी क्षेत्रों में नमी अधिक होने और तापमान गिरने से ऐसे हालात बनते हैं. इसके कारण ठंड भी बढ़ने का अनुमान है.स्वास्थ्य पर भी पड़ रहा असर
डॉक्टरों ने चेतावनी दी है कि घना कुहासा और तेज ठंड मिलकर श्वसन संबंधी दिक्कतें बढ़ा सकते हैं, खासकर बच्चों और बुजुर्गों में. लोगों को सुबह सैर से बचने, गर्म कपड़े पहनने और जरूरत के बिना बाहर नहीं निकलने की सलाह दी गयी है. मंगलवार की सुबह का यह नजारा एक बार फिर याद दिला गया कि सर्दी का मौसम अब पूरी तरह दस्तक दे चुका है और आने वाले दिनों में इसके कड़े तेवर देखने को मिल सकते हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

