सुपौल. जिले में इन दिनों पड़ रही प्रचंड गर्मी ने आम जनजीवन को पूरी तरह प्रभावित कर दिया है. सुबह 10 बजे के बाद से ही सड़कों और गलियों में सन्नाटा पसर जाता है. चिलचिलाती धूप और लू के थपेड़ों ने लोगों का घर से निकलना मुश्किल कर दिया है. प्यास बुझाने के लिए लोग इधर-उधर भटकते नजर आ रहे हैं, लेकिन कहीं भी शीतल पेयजल की व्यवस्था नहीं है.
बढ़ता तापमान बना परेशानी का कारण
मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को सुपौल का अधिकतम तापमान 38 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. अगवानपुर कृषि विश्वविद्यालय के मौसम वैज्ञानिक देवन कुमार चौधरी ने बताया कि 06 से 08 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से गर्म हवा चल रही है, जिससे हालात और भी विकट हो गए हैं. उन्होंने लोगों को घर से कम निकलने और पूरी तरह ढक कर निकलने की सलाह दी है.शहर और गांवों में पसरा सन्नाटा
दिन के समय सड़कों और बाजारों में सन्नाटा देखा जा रहा है. गांवों की गलियों में भी इक्का-दुक्का लोग ही नजर आ रहे हैं. सबसे अधिक परेशानी दुपहिया वाहन चालकों को हो रही है, जिन्हें तेज गर्म हवाओं और धूप का सीधा सामना करना पड़ रहा है. लोग पूरे शरीर को कपड़ों से ढककर ही घर से बाहर निकलने को मजबूर हैं.शीतल पेय पदार्थों की बढ़ी मांग
भीषण गर्मी के कारण बाजार में ठंडे पेय पदार्थों की मांग अचानक बढ़ गयी है. लस्सी, बेल का शरबत, आम जूस और कोल्ड ड्रिंक की दुकानों पर भारी भीड़ देखी जा रही है. धूप और लू से राहत पाने के लिए लोग इन पेय पदार्थों का सेवन कर रहे हैं. खासकर लस्सी की दुकानों पर ग्राहकों की लंबी कतारें लग रही हैं. ग्रामीण क्षेत्रों से शहर आने वाले लोगों की परेशानी और भी बढ़ गयी है. वे घर से पानी लेकर तो निकलते हैं, लेकिन तेज गर्मी में वह पानी भी गर्म हो जाता है, जिससे प्यास बुझाना मुश्किल हो जाता है.अभी राहत के आसार नहीं
मौसम विभाग का कहना है कि अगले तीन-चार दिनों तक इसी तरह की गर्मी बनी रहेगी. सूर्यदेव का रौद्र रूप सुबह 07 बजे से ही नजर आने लगता है और दोपहर तक तापमान इतना बढ़ जाता है कि सड़कों की तपिश झुलसाने लगती है. लोग सहमे हुए हैं और राहत की आस लगाए बैठे हैं.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है