सुपौल जिले में एक नवबंर से सरकारी दर पर 116 क्रय केंद्र पर धान खरीद शुरू हो गयी है, लेकिन जिले में अभी धान कटाई की रफ्तार धीमी है. जिस कारण क्रय केंद्र पर धान बेचने के लिए किसान नहीं पहुंच रहे हैं. बताया जा रहा है कि अगता धान की कटाई अब इलाके में शुरू हो गयी. धनकटनी में तेजी आने के साथ ही धान खरीद में तेजी आयेगी. एक दिन में नौ किसानों ने बेचे धान सहकारिता विभाग से मिली जानकारी अनुसार शुक्रवार को नौ किसानों ने क्रय केंद्र पहुंच कर धान बेचा. जिन्होंने 36.517 एमटी धान की बिक्री कर एमएसपी का लाभ उठाया. 195.667 एमटी धान की हुई खरीद अब तक सभी क्रय केंद्र पर 55 किसानों से 195.667 एमटी धान की खरीद की गयी है. विभागीय प्रावधान के अनुसार इन किसानों को 48 घंटे के भीतर राशि हस्तांतरित किया जायेगा. इसके लिए सभी चयनित समिति को कैश क्रेडिट का लाभ दिया गया है. ताकि किसानों का भुगतान समय पर हो सके. 2369 रूपये प्रति क्विंटल है एमएसपी सरकारी दर पर धान बेचने पर किसानों को प्रति क्विंटल 2369 रुपये भुगतान किया जायेगा. हालांकि अभी धान का बाजार मूल्य से न्यूनतम समर्थन मूल्य अधिक है. छोटे किसान खेत खलिहान में ही बनिया से अपना उत्पादित अनाज बेच देते हैं. ऐसे किसानों को एमएसपी का लाभ लेने की अपील सहकारिता विभाग ने किया है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

