सुपौल. अगर आपके घर में या आसपास कहीं सांप निकल आए, तो वन विभाग को सूचना देकर उसे रेस्क्यू कराया जा सकता है, लेकिन जब विभागीय अधिकारियों से संपर्क ही न हो पाए, तो स्थिति और भी चिंताजनक हो जाती है. ऐसा ही एक मामला नगर परिषद क्षेत्र के वार्ड नंबर 28, कुटी टोला के समीप एक डिपो सह आवासीय परिसर में बुधवार की रात देखने को मिला. रात करीब 09 बजे एक जहरीले सांप को आवासीय परिसर में देखा गया. स्थानीय निवासी रूपेश कुमार, सचिन कुमार और रमण कुमार ने बताया कि सांप को देखकर हड़कंप मच गया. सांप मिलने की जानकारी फॉरेस्ट विभाग के अधिकारी को देने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका मोबाइल फोन किसी परिजन के पास था. कई बार कॉल करने के बावजूद कोई जवाब नहीं मिला. देरी से आई रेस्क्यू टीम, ग्रामीणों ने खुद भगाया सांप लगभग एक से डेढ़ घंटे की मशक्कत के बाद जब अधिकारियों से संपर्क हुआ, तो उन्होंने रेस्क्यू टीम भेजने का आश्वासन दिया. लेकिन दो घंटे बीत जाने के बावजूद कोई टीम मौके पर नहीं पहुंची. अंततः ग्रामीणों ने हिम्मत जुटाकर किसी तरह सांप को आवासीय परिसर से बाहर भगाया. डीएफओ ने दी सफाई इस पूरे मामले पर जिला वन पदाधिकारी प्रतीक आनंद ने कहा कि उन्हें दूरभाष के माध्यम से घटना की जानकारी मिली थी और उन्होंने तुरंत रेस्क्यू टीम को भेजने का निर्देश दिया था. लेकिन टीम मौके पर क्यों नहीं पहुंची, इस पर कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला. इस घटना के बाद स्थानीय लोगों में वन विभाग के प्रति आक्रोश है. लोगों का कहना है कि अगर सांप ने किसी को काट लिया होता, तो कौन जिम्मेदार होता? वे मांग कर रहे हैं कि वन विभाग अपनी कार्यशैली में सुधार करे और इमरजेंसी सेवाओं को और प्रभावी बनाए.
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