त्रिवेणीगंज. आइसा कार्यकर्ताओं ने गुरुवार की संध्या मुख्यालय स्थित अनूपलाल यादव महाविद्यालय के मुख्य द्वार से कैंडल जलाकर मेला ग्राउंड होते हुए पुरानी बैंक चौक पहुंचा. जहां उन्होंने पहलगाम हमले में मारे गए पर्यटकों को दो मिनट का मौन धारण का श्रद्धांजलि दी. प्रतिरोध सभा को संबोधित करते हुए आइसा जिलाध्यक्ष संतोष कुमार सियोटा ने कहा कि पहलगाम की बैसरन घाटी में सुरक्षा क्यों नहीं थी. वहां पर दो हज़ार लोग थे और वहां कोई सुरक्षा नहीं थी. इस चूक के लिए जिम्मेदार कौन है. आइसा जिला सचिव डॉ अमित चौधरी ने कहा कि पहलगाम में आतंकी हमला हुआ, जिसमें निर्दोष पर्यटक मारे गए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 56 इंच के सीना का बात करते हैं. लेकिन अब वह 56 इंच का सीना कहां गया है. जम्मू कश्मीर में आए दिन आतंकी हमले हो रहे हैं, आतंकवाद फिर से सिर उठा रहा है. आतंकवादी हमला का जवाबदेही तय होनी चाहिए. माले जिला सचिव जयनारायण यादव और खेगरामस जिला सचिव जन्मजय सिंह राई ने कहा कि देश की सुरक्षा के साथ खिलवाड़ हो रहा है. सरकार सिर्फ भाषणबाजी और जुमलेबाजी कर रही है. आतंकवाद को खत्म करने के उनके सारे दावे खोखले साबित हो रहे हैं. कहा कि आइसा और माले सरकार की इस विफलता पर गृह मंत्री अमित शाह के इस्तीफे की मांग करती है. प्रतिरोध मार्च में सुनील कुमार, अनुपम कुमार, शशिकांत कुमार, विवेक कुमार, मंजेश कुमार, राजू सिंह राई, अभिनंदन, छोटू कुमार, पप्पू कुमार, लालू कुमार, पिंटू कुमार, दिलखुश कुमार, दिलशाद आलम, शिव शंकर, कुमार, आद्रश कुमार, सावन, रौशन, अमित, सुनील, अभिनव, आनंद, विवेक, अरविंद, सचिन, नीतीश, कुणाल, पंकज, अवनीश, सोनू, अभिनव, रोहित, आनंद, लल्टू, कृष्णाशिव, गौरव, सत्यम, राजकिशोर, मंजीत, प्रवीण, संतोष, सुभाष, राजा, गौतम, प्रवेश, त्रिलोक, कपिल, हरिओम, सुमन, आशीष, पिंटू, अभिषेक, जयकुमार सहित दर्जनों कार्यकर्ता मौजूद थे.
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