सुपौल. बिहार विधानसभा आम निर्वाचन 2025 के अवसर पर जिला निर्वाचन पदाधिकारी-सह- जिलाधिकारी सावन कुमार के निर्देशानुसार सुपौल जिले में तृतीय मतदान पदाधिकारियों के लिए जिला स्तरीय प्रथम प्रशिक्षण का सातवां संपन्न हुआ. यह प्रशिक्षण दो पाॅलियों में सुपौल उच्च माध्यमिक विद्यालय एवं बबुजन विश्वेश्वर बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय, सुपौल में आयोजित किया गया. प्रशिक्षण कार्यक्रम की निगरानी नोडल पदाधिकारी (प्रशिक्षण कोषांग)-सह- जिला पंचायत राज पदाधिकारी गयानंद यादव द्वारा की गई. उन्होंने तृतीय मतदान पदाधिकारियों को उनके कार्य एवं दायित्वों की विस्तृत जानकारी दी. श्री यादव ने बताया कि इस चुनाव में 100 प्रतिशत मतदान केंद्रों पर वेबकास्टिंग की व्यवस्था रहेगी. साथ ही उन्होंने निर्देश दिया कि पीठासीन पदाधिकारी इवीएम सेट के साथ फॉर्म 17(सी) भरकर जमा करेंगे व इसे उपस्थित मतदान अभिकर्ता से हस्ताक्षरित कर रसीद प्राप्त करेंगे. उन्होंने आगे कहा कि सभी पीठासीन पदाधिकारियों को वीटीआर मोबाइल ऐप डाउनलोड कर उसमें प्रत्येक दो घंटे पर रिपोर्ट दर्ज करना अनिवार्य होगा. वहीं सभी सेक्टर पदाधिकारियों को इवीएम के मॉक ड्रिल के दौरान कम से कम 100 मत डालने और संबंधित प्रमाणपत्र जमा करने का निर्देश दिया गया. प्रशिक्षण सत्र के दौरान नोडल मास्टर प्रशिक्षक अंजनी कुमार ने तृतीय मतदान पदाधिकारियों को बताया कि वे कंट्रोल यूनिट के प्रभारी होंगे. मतदान के दौरान वे मतदाताओं की पर्ची प्राप्त कर अमिट स्याही की जांच करने के बाद उन्हें मतदाता कक्ष में भेजेंगे. मतदान के उपरांत उत्पन्न ‘बीप’ ध्वनि समाप्त होने और मतदाता के बाहर निकल जाने के बाद ही अगले मतदाता को प्रवेश की अनुमति दी जाएगी. उन्होंने यह भी बताया कि मतदान समाप्ति के बाद सभी मतदाता पर्चियां पीठासीन पदाधिकारी को सुपुर्द करनी होंगी. नोडल पदाधिकारी गयानंद यादव ने सभी मास्टर प्रशिक्षकों को निर्देश दिया कि तृतीय मतदान पदाधिकारियों को मतदान प्रक्रिया की संपूर्ण जानकारी व्यावहारिक रूप से प्रदान की जाए, ताकि निर्वाचन कार्य निर्विघ्न एवं पारदर्शी रूप से संपन्न हो सके.
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