छातापुर मुख्यालय बाजार में प्रतिबंधित व जानलेवा मछलियों का कारोबार धड़ल्ले से फलफूल रहा है. पुलिस व प्रशासन के नाक के नीचे थाई विकासी व सिलन मछली की बिक्री हो रही है. सामाजिक कार्यकर्ता दीपक बख्शी ने इस संदर्भ में अंचल कार्यालय पहुंच कर सीओ से लिखित शिकायत की है. साथ ही शिकायत को गंभीरता से लेते हुए उचित कार्रवाई करने का अनुरोध किया है. शिकायत पत्र में बताया गया है कि जानलेवा बीमारी फैलाने वाला थाई विकासी मछली खुले बाजार में धड़ल्ले से बेचा जा रहा है. वहीं खुलेआम बिक रहे महीनों पूर्व मरे हुए सिलन मछलियों को बर्फ में लाकर बेचा जाता है. इन मछलियों के उपभोग व बिक्री पर केंद्र व राज्य सरकार का प्रतिबंध है. कारोबारी ऐसे मछलियों की बिक्री ग्रामीण हाट के अलावे छातापुर थाना के समीप स्थित मछली बाजार में बेखौफ होकर बेच रहे हैं. बताया गया है कि दो दिन पूर्व मधेपुरा जिला प्रशासन व मत्स्य विभाग के संयुक्त कार्रवाई में एक ट्रक थाई मांगुर मछली जप्त किया गया. लाखों रूपये की जप्त मछली को प्रशासन के द्वारा नष्ट करवाया गया. इस प्रकार की मछली के खाने से लोगों को कैंसर जैसी खतरनाक बिमारी से ग्रसित होने की संभावना रहती है. साथ ही प्रकृति व जल के दूषित होने का संकट भी उत्पन्न हो सकता है. इस बाबत सीओ राकेश कुमार ने बताया कि प्राप्त शिकायत पत्र मत्स्य विभाग से जुड़ा विषय है. आवश्यक कार्यवाही के लिए मत्स्य विभाग को प्रतिवेदित किया जा रहा है.
डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

