कुछ निजी विद्यालयों में कक्षाएं चल भी रही थी, लेकिन कोई नुकसान नहीं पहुंचा. जिला मुख्यालय स्थित कस्तूरबा गांधी बालिका आवासीय विद्यालय में मौजूद लगभग 40 छात्रएं भूकंप की वजह से डरी-सहमी दिखायी दीं. हालांकि सभी बालिकाएं सुरक्षित थीं.
दहशत की वजह से वर्ग छह की छात्र अंजलि रो रही थी, जिसे स्कूल की वार्डेन चुप कराने की कोशिश कर रही थीं. कक्षा छह की ही छात्र सकीना ने कहा कि पिताजी भूकंप के बाद मिलने आये थे.वहीं वर्ग सात की नाजनीन, नूतन और रूही प्रवीण ने बताया कि उनकी अपने घर मोबाइल से बातचीत हुई है.वे अब घर नहीं जाना चाहती है.