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गोरखधंधा: गरीबों के निवाले पर अनाज माफियाओं की नजर !
सुपौल: जिले में सक्रिय अनाज माफियाओं की नजर गरीबों के निवाले पर है. एफसीआइ एवं एसएफसी में अनाज पहुंचने से पूर्व ही अनाज माफियाओं द्वारा योजनाबद्ध तरीके से सैकड़ों क्विंटल अनाज का गोलमाल किया जा रहा है. ऐसा नहीं है कि इस बात की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को नहीं है, लेकिन कुछ अधिकारियों की मिलीभगत […]
सुपौल: जिले में सक्रिय अनाज माफियाओं की नजर गरीबों के निवाले पर है. एफसीआइ एवं एसएफसी में अनाज पहुंचने से पूर्व ही अनाज माफियाओं द्वारा योजनाबद्ध तरीके से सैकड़ों क्विंटल अनाज का गोलमाल किया जा रहा है. ऐसा नहीं है कि इस बात की जानकारी प्रशासनिक अधिकारियों को नहीं है, लेकिन कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा है. स्थिति यह है कि जहां गरीबों तक अनाज नहीं पहुंच पा रहा है, वहीं इस धंधे से जुड़े अनाज माफिया मालामाल हो रहे हैं.
सड़क पर की जा रही थी अनाज की चोरी : मंगलवार की शाम जिला मुख्यालय स्थित एफसीआइ गोदाम से अनाज लोड कर विभिन्न प्रखंडों के लिए निकले दर्जनों ट्रकों में से पांच ट्रक गोदाम से कुछ ही दूरी पर खड़े हो गये. अंधेरे का फायदा उठा कर इन ट्रकों से अनाज की बोरियां उतार कर एक कार्गो ट्रक पर लोड किया जा रहा था. इसी दौरान रास्ते से गुजर रहे मीडिया कर्मी ने इस काले कारोबार को कैमरे में बंद करने की कोशिश की, तो सभी चालक ट्रक लेकर पिपरा की ओर फरार हो गये. बाद में सूचना पर पहुंचे एसडीओ विमल कुमार मंडल, बीएसओ अनिल कुमार मंडल एवं पुलिस बलों ने पथरा स्थित पेट्रोल पंप के समीप से दो ट्रकों को जब्त कर थाने लाये. वहीं कार्गो ट्रक समेत अन्य तीन ट्रक पकड़ में नहीं आये. प्रशासन जब्त खद्यान्न की जांच कर रहा है.
प्रतिदिन होती है अनाज की चोरी : अनाज चोरी मामले में सक्रिय माफियाओं द्वारा प्रतिदिन शाम के वक्त चोरी की घटना को अंजाम दिया जाता है. सूत्रों की मानें, तो इसमें एक बड़ा नेटवर्क सक्रिय है. ये एफसीआइ गोदाम से ट्रक निकलने के बाद एसएफसी के गोदाम तक पहुंचने के रास्ते में चोरी करते हैं. इस गोरखधंधे में एसएफसी के मैनेजर व कर्मियों की भी संलिप्तता है, जो बंधी-बंधायी रकम प्राप्त कर शॉटेज माल को गोदाम में प्रवेश करा कर उसे कागज पर पूरा दिखाते हैं.
बोलेरो में कौन था, बना है रहस्य
अनाज की चोरी के दौरान ट्रक से कुछ ही दूरी पर धर्मकांटा के समीप सफेद रंग की बोलेरो लगी थी. सूत्रों के अनुसार बोलेरो में बैठे एक शख्स की देखरेख में ही इस कार्य को अंजाम दिया जा रहा था. बिना नंबर का कार्गो ट्रक भी उसी व्यक्ति का था. उसी व्यक्ति ने पेट्रोल पंप के समीप से अन्य तीन ट्रकों को भगाने में मदद की. प्रशासन उस व्यक्ति की खोज में जुटा है, जिसके पकड़ में आने के बाद ही इस रैकेट का परदाफाश हो पायेगा.
चोरी के बावजूद अनाज का वजन बढ़ा
जब्त ट्रक में लदा माल सवालों के घेरे में है. बुधवार को जब विभागीय अधिकारियों की उपस्थिति में माल का वजन किया गया, तो आश्चर्यजनक रूप से वजन 50 किलो अधिक पाया गया. मंगलवार को वजन के बाद ही उक्त ट्रक से माल की चोरी की गयी. इस प्रकार चोरी के बावजूद अनाज का बढ़ जाना पूरे मामले को और भी संदेहास्पद बना रहा है. ऐसे में इससे इनकार नहीं किया जा सकता है कि ट्रक में लदे अनाज में व्यापक स्तर पर हेराफेरी की गयी है.
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