गुठनी. प्रखंड मुख्यालय स्थित गुठनी चौराहा पर माले कार्यालय में गुरुवार की दोपहर भाकपा माले के जनसंगठन खेग्रामस की जिला कमिटी की बैठक आयोजित की गई. बैठक की अध्यक्षता खेग्रामस जिला सचिव शिवनाथ राम ने की. बैठक को संबोधित करते हुए भाकपा माले जिला सचिव हंसनाथ राम ने केंद्र सरकार द्वारा लाए गए वीबी-जी राम जी कानून को मजदूर–किसान विरोधी बताते हुए इसे अविलंब रद्द करने की मांग की. खेग्रामस जिला सचिव शिवनाथ राम ने कहा कि केंद्र की भाजपा सरकार मनरेगा को कमजोर कर गरीब और कमजोर वर्गों से रोजगार की गारंटी छीनना चाहती है. उन्होंने आरोप लगाया कि यह कानून गरीबों से रोजगार छीनकर कॉरपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाने की साजिश है. वीबी-जी राम जी कानून संविधान द्वारा प्रदत्त रोजगार के अधिकार पर सीधा हमला है. उन्होंने कहा कि खेत मजदूरों और ग्रामीण मजदूरों में सरकार की नीतियों के खिलाफ व्यापक असंतोष है और आंदोलन अब विकराल रूप लेने जा रहा है. इसी के तहत 5 जनवरी को जिले के सभी प्रखंड मुख्यालयों पर विरोध-प्रदर्शन किया जाएगा. बैठक में नेताओं ने कहा कि एक ओर महंगाई लगातार बढ़ रही है. वहीं, दूसरी ओर मजदूरी में कटौती की जा रही है, जो मजदूरों को गुलामी की ओर धकेलने जैसा है. नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि वीबी- जी राम जी कानून वापस नहीं लिया गया तो सड़कों से लेकर सदन तक निर्णायक संघर्ष किया जाएगा. बैठक में प्रदीप कुशवाहा, शेषनाथ राम, गुड्डू मिश्रा, शास्त्री राम, नागेन्द्र नाथ त्रिवेदी, कृष्णा राम, प्रेम राम, लाल बहादुर कुशवाहा, बबन राजभर, गजराज राम, जयचंद राम, वीरेन्द्र, सिंघासन भगत सहित अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे.
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