प्रतिनिधि, लकड़ी नबीगंज. लकड़ी नबीगंज थाना क्षेत्र के मदारपुर गांव में संचालित एक अवैध ऑर्केस्ट्रा के खिलाफ जिला प्रशासन और दिल्ली मानव तस्करी विरोधी इकाई ने बड़ी कार्रवाई की है. दिल्ली से पहुंची टीम ने पुलिस के साथ मदारपुर में बुधवार की देर रात छापेमारी कर ऑर्केस्ट्रा में पश्चिम बंगाल व बिहार के पूर्णिया से लाई गई दस नाबालिग लड़कियों को बरामद कर लिया. बरामद नाबालिग लड़कियों से ऑर्केस्ट्रा के नाम पर दूर-दराज से बुलाकर संचालक द्वारा जबरन अश्लील नृत्य करने की बात कही जा रही है. पुलिस ने छापेमारी बाजितपुर निवासी दीपक कुमार के मकान और मदारपुर निवासी मनु कुमार के किराये के मकान पर की. जहां से दस नाबालिग लड़कियों की बरामदगी हुई. ऑर्केस्ट्रा संचालक व मुख्य आरोपित पूर्णिया का चंदू उर्फ चंदन पासवान बताया जाता है. मुख्य आरोपित के खिलाफ स्थानीय लोग लंबे समय से शिकायत भी कर रहे थे. ग्रामीणों का आरोप है कि ऑर्केस्ट्रा के बहाने नाबालिग लड़कियों को पूर्णिया, बंगाल के किशनगंज व अन्य क्षेत्रों से लाकर यहां रखा जाता था और उनसे जबरन अश्लील नृत्य कराया जाता था. ऑर्केस्ट्रा के नाम पर आने वाले ग्राहकों से इसके लिए मोटी रकम वसूली भी जाती थी. कार्रवाई के दौरान पुलिस ने मौके पर मौजूद दो-तीन लोगों को हिरासत में भी लिया है. जिनसे पूछताछ की जा रही है. मिली जानकारी के अनुसार दिल्ली के रेस्क्यू फाउंडेशन व मिशन मुक्ति फाउंडेशन को सूचना मिली कि सीवान जिले के मदारपुर में ऑर्केस्ट्रा के नाम पर कई जगहों से नाबालिग लड़कियों को बुलाकर जबरन अश्लील नृत्य कराया जा रहा है. इसके बाद दिल्ली की टीम सारण के नारायणी सेवा संस्थान के साथ जिला मुख्यालय पहुंची. उसके बाद टीम मदारपुर में छापेमारी की. जहां से दस नाबालिग लड़कियों को टीम ने रेस्क्यू किया. बरामद नाबालिग लड़कियों के आधार कार्ड में फर्जी तरीके से उम्र बढ़ाने की बात भी सामने आ रही है. पुलिस ने बरामद सभी नाबालिग लड़कियों को बाल कल्याण समिति को सुपुर्द कर दिया है. मामले में लकड़ी नबीगंज थाना में मानव तस्करी, बाल श्रम निषेध और अमर्यादित व्यापार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. पुलिस की कार्रवाई से ग्रामीणों में है खुशी लकड़ी नबीगंज. मदारपुर में ऑर्केस्ट्रा से रेस्क्यू की गई दस नाबालिग लड़कियों की इस कार्रवाई से ग्रामीणों में खुशी है. ग्रामीणों की माने तो मदारपुर में पिछले कई महीनों से ऐसे ऑर्केस्ट्रा का संचालन हो रहा था. जिसका बुरा असर गांव के बच्चों-बच्चियों पर पड़ रहा था. रात-रात भर अश्लील गानों और डांस से बच्चों की पढ़ाई-लिखाई भी प्रभावित हो रही थी. लोग दबे जुबान से इसका विरोध तो करते थे लेकिन डर की वजह से कोई खुलकर बोल नहीं पाता था. ग्रामीणों की मांग है कि दोषियों पर कड़ी कार्रवाई हो और गांव में इस तरह के अवैध ऑर्केस्ट्रा पर पूरी तरह से लगाम लगाया जाए.
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