सीवान.अपनी पांच सूत्री मांगों को लेकर स्वच्छता पर्यवेक्षक एवं स्वच्छता कर्मियों ने मंगलवार को समाहरणालय के समक्ष जोरदार प्रदर्शन स्वच्छता कर्मी एवं स्वच्छता पर्यवेक्षक संघ के माध्यम से किया.प्रदर्शन के बाद उन्होंने जिला पदाधिकारी डॉ. आदित्य प्रकाश को ज्ञापन सौंपकर समस्याओं के समाधान की मांग की.कर्मियों ने कहा कि वर्तमान समय में स्वच्छता पर्यवेक्षक को मात्र 7500 रुपये और स्वच्छता कर्मियों को 3000 रुपये मासिक मानदेय मिलता है. जो महंगाई के इस दौर में बेहद कम है. साफ-सफाई जैसे महत्वपूर्ण कार्य के बावजूद उन्हें न तो उचित मानदेय मिलता है और न ही सुरक्षा अथवा अन्य सुविधाएं.उन्होंने अपनी पांच सूत्री मांगें रखते हुए कहा कि स्वच्छता कर्मियों को अंशकालिक से पूर्णकालिक कर संविदाकर्मी का दर्जा दिया जाए. स्वच्छता पर्यवेक्षकों का मानदेय 20 हजार तथा स्वच्छता कर्मियों का 10 हजार रुपये प्रतिमाह निर्धारित किया जाए. कार्यकाल के दौरान किसी कर्मी की मृत्यु होने पर आश्रित को उसी पद पर नियुक्त किया जाए.इसके साथ ही उन्होंने कहा कि गरीब और वंचित तबके की समस्याओं पर सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए.स्वच्छता कर्मियों ने बताया कि वे 8 सितंबर से हड़ताल पर हैं. इसके पहले वे अपनी मांगों से संबंधित ज्ञापन उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी और महाराजगंज के सांसद जनार्दन सिंह सिग्रीवाल को भी सौंप चुके हैं.उन्होंने चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर शीघ्र कार्रवाई नहीं हुई तो वे कार्य पूरी तरह बंद कर आंदोलन को और तेज करेंगे.कर्मियों ने कहा कि हड़ताल के कारण गांव और मोहल्लों में गंदगी का अंबार लग रहा है और इसकी जिम्मेदारी सरकार की होगी. प्रदर्शन में अंगद कुमार, संत कुमार, रवि प्रकाश, रंजन, अमन यादव, दिलीप कुमार, पूजा कुमारी, प्रियंका कुमारी, सुमित कुमार, कृष्ण कुमार, अरुण कुमार, सुमंत चौधरी, शत्रुघन कुमार, राम राजन कुमार सहित बड़ी संख्या में स्वच्छता कर्मी मौजूद थे.
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