प्रतिनिधि,सीवान.आइआइटी मुंबइई के प्रोफेसर रहे चेतन सिंह सोलंकी के एनर्जी स्वराज यात्रा के प्रति समर्थन जताते हुए सांसद विजय लक्ष्मी कुशवाहा ने हर संभव रचनात्मक सहयोग का भरोसा दिलाया है.उन्होंने कहा कि जलवायु सुधार के प्रति जागरूकता बढ़ाने और क्लाइमेट एक्शन के तरीकों पर अधिक से अधिक लोगों से संवाद समय की मांग है.जिससे की आनेवाली पीढ़ी के भविष्य को सुरक्षित किया जा सके. तेजी से हो रहे जलवायु परिवर्तन को लेकर आइआइटी मुम्बई के प्रोफेसर रहे चेतन सिंह सोलंकी ग्यारह वर्ष की एनर्जी स्वराज यात्रा पर हैं.जिसका पांच वर्ष पूरा हो चुका है.उन्होंने अब प्रोफेसर की नौकरी छोड़कर जीवन शैली में बदलाव और एनर्जी स्वराज के माध्यम से जलवायु संकट से निपटने के लिये अपना जीवन समर्पित कर दिया है.अपने ग्यारह साल की यात्रा सोलर बस के द्वारा शुरू किये हैं.उनका कहना है कि पिछले पांच वर्ष में 68 हजार किलोमीटर से अधिक की यात्रा,चार लाख से अधिक लोगों से मुलाकात,1600 से अधिक व्याख्यान जलवायु परिवर्तन दे चुके हैं. उन्होंने सांसद को लिखे पत्र में कहा है कि निर्वाचित प्रतिनिधि और जनता के नेता के रूप में आप नागरिकों की रक्षा करने की नैतिक और संवैधानिक दोनों जिम्मेदारी निभाती हैं.आपकी आवाज और नेतृत्व लाखों लोगों को जागृत कर सकता है और उन्हें जलवायु सुधार की दिशा में मार्गदर्शन कर सकता है. इस पत्र को लेकर सांसद विजय लक्ष्मी कुशवाहा ने कहा कि संपूर्ण भूमंडल की सुरक्षा से जुड़ा यह सवाल है.इसको लेकर अधिक से अधिक लोगों में जागरूकता ही महत्वपूर्ण कदम हो सकता है.जलवायु परिवर्तन के खतरों व इसे कम करने या रोकने के तरीकों से अधिक से अधिक लोगों को रुबरु कराने की हम सबकी कोशिश होनी चाहिये.
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