प्रतिनिधि,सीवान. जिले में छह से 15 अक्टूबर तक चलाए गए कुष्ठ रोगी खोजी अभियान में स्वास्थ्य विभाग की टीम ने 37 नये कुष्ठ मरीजों की पहचान की है.इस दौरान 613 संदेहास्पद मरीजों की जांच की गई, जिनमें से 37 लोगों को कुष्ठ रोग से संक्रमित पाया गया. 15 दिनों तक चले इस विशेष अभियान में स्वास्थ्यकर्मियों ने 5,43,661 घरों का भ्रमण कर 27 लाख 53 हजार 616 लोगों की स्वास्थ्य जांच की. जिले के मैरवा प्रखंड में सबसे अधिक 8 मरीज मिले. इसके अलावा सीवान सदर में 4, हुसैनगंज, दरौली और सिसवन में 3-3, भगवानपुर हाट, महाराजगंज, गोरेयाकोठी, नौतन और रघुनाथपुर में 2-2, जबकि आंदर, बड़हरिया, हसनपुरा और पचरुखी में 1-1 मरीज पाये गये.स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान में जिले में कुल 170 कुष्ठ मरीज उपचाराधीन हैं. जिले का कुष्ठ प्रीविलेंस रेट 0.37 है, जो राष्ट्रीय औसत से कम है, कुष्ठ रोगियों की देखभाल के लिए सभी प्रखंडों में पैरामेडिकल वर्कर का पद स्वीकृत है, लेकिन 19 में से 11 प्रखंडों में यह पद रिक्त है. यही नहीं, कुष्ठ मरीजों की सेवा और दवा वितरण के लिए जिले में 27 अचिकित्सा सहायक के पद भी सृजित किए गए हैं, जिनमें से 26 अभी तक खाली हैं.स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि यदि समय पर दवा, परामर्श और निगरानी उपलब्ध हो, तो कुष्ठ पूरी तरह से ठीक किया जा सकता है.लेकिन स्वास्थ्य कर्मियों की कमी से मरीजों तक उपचार और जागरूकता अभियान पहुंचाने में कठिनाई हो रही है.स्वास्थ्य विभाग ने कहा है कि जल्द ही रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू की जाएगी ताकि कुष्ठ उन्मूलन अभियान को गति मिल सके और जिले को कुष्ठ-मुक्त बनाने का लक्ष्य हासिल किया जा सके.
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