सीवान:बिहार के सीवान में सोमवार को अपराह्न में सदर अस्पताल के सभागार में आईएमए एवं भाषा की संयुक्त बैठक पुलिसकर्मियों द्वारा सदर अस्पताल के डॉक्टर आलोक कुमार सिंह की पिटाई की घटना को लेकर हुई. बैठक में दोनों संघों के नेताओं ने आंदोलन को तेज करते हुए सरकारी डॉक्टरों के साथ निजी डॉक्टरों ने सोमवार की रात 12 बजे से अनिश्चितकालीन हड़ताल पर जाने का निर्णय लिया. इस दौरान ओपीडी के साथ-साथ डॉक्टरों ने आपात सेवा को भी पूरी तरह ठप्प करने का निर्णय लिया.
डॉक्टरों ने पुलिस प्रशासन से घटना के संबंध में बिहार क्लिनिकल प्रोटेक्शन एक्ट 2011 के तहत एफआइआर दर्ज कर दोषी पुलिसकर्मियों को गिरफ्तार करने की मांग की. सदर अस्पताल में पुलिसकर्मियों द्वारा ड्यूटी पर तैनात डॉ. आलोक कुमार सिंह की पुलिस द्वारा पिटाई की घटना की मजिस्ट्रेट से कराने की मांग डॉक्टरों ने किया. इसके साथ ही हड़ताल के संबंध में किसी प्रकार की वार्ता करने के लिए राज्य के डीजीपी एवं स्वास्थ्य मंत्री से ही केवल करने की बात डॉक्टरों ने कही.
आंदोलन को सफल बनाने के लिए प्रत्येक प्रखंडों में चार डॉक्टरों की एक टीम बनायी गयी जो हड़ताल को प्रभावी बनाने के लिए डॉक्टरों को जागरूक करेंगे. डॉक्टरों ने कहा कि जो मरीज पहले से अस्पतालों में भर्ती है. उनकी पूर्ण सुरक्षा की जायेगी. आंदोलन की जानकारी स्वास्थ्य मंत्री, पुलिस महानिदेशक तथा स्वास्थ्य विभाग के प्रधान सचिव को सूचना देते हुए कार्रवाई के लिए सीवान बुलाने की मांग की गयी है. आंदोलनकी जानकारी आयुष चिकित्सा संघ, यूनानी चिकित्सा संघ, दंत चिकित्सा संघ, मेडिकल रिप्रजेंटेटिव एसोशिएसन तथा दवा व्यवसायी संघ को भी दी गयी है.
बैठक में सिविल सर्जन डॉ. अशेष कुमार सिंह, भाषा के प्रभारी सचिव डॉ. कौशल किशोर, आईएम के सचिव डॉ. शरद चौधरी, अध्यक्ष डॉ. शशिभूषण सिन्हा, डॉ. प्रमोद कुमार पांडेय, डॉ. एमके आलम, डॉ. एमआर रंजन, डॉ. एसके अमन, डॉ.राम इकबाल गुप्ता, डॉ. अशोक कुमार, डॉ. विभु आनंद, डॉ. दुर्गेश कुमार शर्मा, डॉ. देवेश कुमार, डॉ. पंकज कुमार सिंह आदि उपस्थित थे.