रून्नीसैदपुर(सीतामढ़ी). यूपी के लखनऊ में गुरुवार की अहले सुबह एक दर्दनाक हादसा हो गया, जब लखनऊ-रायबरेली रोड में किसान पथ पर चलती हुई एक निजी यात्री बस में अचानक भीषण आग लग गयी. आग की लपटें इतनी तेजी से फैली कि चंद मिनटों में ही पूरी बस जलकर खाक हो गयी. इस हादसे में दो बच्चों समेत पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गयी, जबकि कई अन्य यात्री झुलस कर जख्मी हो गये हैं.
मृतकों में रून्नीसैदपुर थाना क्षेत्र के गंगवाराबुजुर्ग पंचायत के वार्ड संख्या तीन निवासी रामबालक महतो के चार वर्षीय पुत्र देवराज एवं दो वर्षीया पुत्री साक्षी कुमारी भी शामिल है. जबकि करीब 26 वर्षीय रामबालक महतो एवं उनकी करीब 25 वर्षीया पत्नी गुड्डी देवी इस हादसे में आज की लपटों की चपेट में आने से झुलस कर गंभीर रूप से जख्मी हो गयी, जिनका इलाज लखनऊ के ही किसी अस्पताल में कराया जा रहा है.रामबालक महतो की पत्नी करीब सात माह की गर्भवती गुड्डी देवी की स्थिति नाजुक बतायी जा रही है. जानकारी के अनुसार, बस बेगूसराय से दिल्ली जा रही थी. आग लगने के बाद बस चालक व संवाहक बस से कूदकर फरार हो गये, जबकि सभी यात्री बस में फंस गये. जब बस में आग लगी, उस वक्त कहा जाता है कि अधिकतर यात्री बस में सो रहे थे.
छह माह पूर्व ही घर लौटा था राजकुमार, मुजफ्फरपुर से पकड़ी थी बस
रामबालक महतो के पिता राजकुमार महतो के अनुसार उन्हें दो पुत्र हैं, जिनमें छोटा पुत्र रामबालक महतो पिछले कुछ वर्षों से राजस्थान के जयपुर में रहकर मजदूरी करते थे. पिछले करीब छह माह पूर्व ही वे वापस अपने घर लौटे थे तथा घर पर ही रहने का फैसला किया था. किंतु कहते हैं कि कुदरत को कुछ और ही मंजूर था.
गरीबी और आर्थिक बदहाली के कारण एक बार फिर राम बालक महतो ने जयपुर जाने का फैसला लिया तथा बुधवार को दिन के करीब 11 बजे पत्नी और एक बेटे और एक बेटी के साथ वे जयपुर के लिये निकल पड़े. मुजफ्फरपुर से वे अपनी पत्नी और दोनो बच्चों के साथ दिल्ली जा रही निजी यात्री (स्लीपर) बस (यूपी 17 एटी 6372) पर सवार हुये और रास्ते में लखनऊ के समीप उक्त हादसा हुआ. रामबालक महतो के पिता राजकुमार महतो काफी शोक में है. वहीं इस हादसे की खबर मिलते ही गांव में सन्नाटा पसरा हुआ है.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है