नानपुर. प्रखंड क्षेत्र के किसानों को सिंचाई की सुविधा मुहैया कराने के उद्देश्य से कौड़िया रायपुर पंचायत के वार्ड नंबर 14 में राजकीय नलकूप का निर्माण कराया गया था, पर विगत 10 वर्षों से यह योजना ठप पड़ी हुई है. यहां के किसान महंगे मूल्य अदा कर निजी बोरिंग एवं पंपसेट के सहारे अपने खेतों में सिंचाई कराने को मजबूर हैं. हालांकि यहां के किसान अब भी आस लगाए बैठे हैं कि सरकार की नजर इस योजना की ओर जरूर पड़ेगी और किसानों की समस्या का समाधान जरूर होगा.
इनका मानना है कि नलकूप के चालू होते ही सस्ते दर पर सिंचाई की सुविधा उपलब्ध होने लगेगी. स्थानीय किसानों ने बताया कि उनके खेतों तक पानी पहुंचाने के लिए विभाग की ओर से पक्के नाले का भी निर्माण कराया गया था, जिसके चलते खेतों तक आसानी से पानी पहुंच जाता था, पर विभागीय अधिकारी व कर्मियों की अनदेखी के चलते ये नाले भी जगह-जगह क्षतिग्रस्त हो चुके हैं.इसको लेकर कई बार किसानों ने संयुक्त रूप से लघु सिंचाई विभाग के अधिकारी को आवेदन दिया, पर अब तक कोई सार्थक पहल नहीं हो सकी है. किसान जग बहादुर भगत, विनोद भगत, सूरज भगत, मो शामी, मो कमरे आलम व दीपेंद्र भगत समेत अन्य ने विभागीय पदाधिकारी व जिला प्रशासन से उक्त योजना को शीघ्र चालू कराने की मांग की है.
जल्द ही होगा समस्या का समाधान
इस बाबत प्रखंड कृषि पदाधिकारी गोपाल कुमार ने बताया कि प्रखंड में एक भी नलकूप चालू नहीं है, जिसके चलते किसानों को सिंचाई कराने में कठिनाई हो रही है. इसको लेकर प्रखंड स्तर से कई बार लघु सिंचाई विभाग को पत्र लिखा गया है. विभाग की ओर से बंद पड़े नलकूपों को चालू कराने की प्रक्रिया शुरू की गई है. जल्द ही समस्या का समाधान होगा.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

