सीतामढ़ी. जिले के बाजपट्टी प्रखंड के मदरसा राशिदिया इस्लाहुल मुस्लिमीन, रसललपुर टोले कुरथैया के प्रधान मौलवी मो. हबिबुर रहमान पिछले एक वर्ष से मदरसा में नहीं आ रहे है. यह जानकार हर किसी को थोड़ी देर के लिए ताज्जुब होगा, पर सच है. खास बात यह कि प्रधान मौलवी बिना अवकाश लिए ही मदरसा से नदारद चल रहे है. इसके चलते मदरसा के संचालन पर प्रभाव पड़ने के साथ ही सबसे बड़ी समस्या मदरसा के शिक्षकों के वेतन भुगतान का है. यानी प्रधान मौलवी के मदरसा नहीं आने से शिक्षकों का वेतन भुगतान भी करीब एक वर्ष से संभव नहीं हो सका है. बताया गया है कि जबतक प्रधान मौलवी स्वीकृति नहीं देंगे, तबतक किसी शिक्षक का भुगतान संभव नहीं है.
शिक्षकों ने ही किया है खुलासा
बताता गया है कि प्रधान मौलवी एक वर्ष से मदरसा से नदारद है, का खुलासा खुद वहां के शिक्षकों ने ही किया है. वह भी तब जब उनका वेतन भुगतान फंसा है. शिक्षकों ने गत दिन डीपीओ, स्थापना को संयुक्त रूप से आवेदन देकर जानकारी दी कि प्रधान मौलवी रहमान मार्च- 2024 से ही मदरसा से अनुपस्थित है. वे अपने घर पर ही रहते है और मदरसा में नहीं आते है. फलतः शिक्षक व कर्मियों का मार्च- 2024 से ही वेतन भुगतान लंबित है.
वरीय शिक्षक को मिले प्रभार
शिक्षकों ने डीपीओ से प्रधान मौलवी की अनुपस्थिति में द्वितीय वरीय शिक्षक मो. कलिमुद्दीन को वेतन भुगतान के लिए प्रभारी प्रधान मौलवी बनाने का अनुरोध किया है. उक्त आवेदन के आलोक में डीपीओ ने बाजपट्टी बीईओ से स्थलीय जांच कर रिपोर्ट मांगी थी, ताकि नियमानुसार वेतन भुगतान की दिशा में अग्रेतर कार्रवाई की जा सके. बीईओ ने अपनी रिपोर्ट में शिक्षकों के प्रधान मौलवी के मदरसा नहीं आने की बात की पुष्टि की है और वरीय शिक्षक को प्रधान मौलवी का प्रभार देने की अनुशंसा की है.
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