सीतामढ़ी.
भारत मंडपम नई दिल्ली में 14 स 27 नवंबर 2025 तक आयोजित 44 वें भारत अंतरराष्ट्रीय व्यापार मेला में भारतीय कला और संस्कृति के संरक्षण व संवर्द्धन के उद्देश्य से भारत व्यापार संवर्द्धन संगठन द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया. अंतरराष्ट्रीय स्तर के इस प्रतिष्ठित मंच पर 26 नवंबर की शाम छह बजे से मुक्तांगन-1 में जगत जननी माता जानकी जी के प्राकट्यस्थली सीतामढ़ी की बेटी लोक गायिका मोनी झा को गायन की प्रस्तुति के लिये आमंत्रित किया गया था. मेरी नैया में लक्ष्मण राम गंगा मैया धीरे बहो, केवट ने कहा रघुराई से उतराई न लूंगा हे भगवन, सिया जी बनी दुल्हन दूल्हा बने हैं श्री राम, राम जी से पूछे जनकपुरी के नारी, नइहर के दुलरी हईं बड़ा सुकुमार हे पिया, झूलनी का रंग सांचा हमार पिया व हम गुदरी पहिर रहि लेबै हमरा चाही नै रेशम के नुआ आदि हिन्दी भजन व मैथिली और भोजपुरी लोकगीतों को गाकर मोनी झा ने खूब समां बांधा व तालियां बटोरी.डिस्क्लेमर: यह प्रभात खबर समाचार पत्र की ऑटोमेटेड न्यूज फीड है. इसे प्रभात खबर डॉट कॉम की टीम ने संपादित नहीं किया है

