सीतामढ़ी. सदर अस्पताल के नर्सिंग स्टाफ आशीष शर्मा के सुसाइड मामले में नगर थाना पुलिस की मौजूदगी में एफएसएल की तीन सदस्यीय टीम ने नगर के थाना रोड स्थित किराये के आवास से जरूरी साक्ष्य एकत्र किया. टीम सुसाइड मामले के विभिन्न एंगल व सुसाइड नोट का अवलोकन किया. इसके बाद टीम वापस लौट गयी. उधर, मृतक के परिजन के पहुंंचने पर 31 घंटे बाद शुक्रवार की संध्या 6.30 बजे तीन सदस्यीय चिकित्सकों की टीम डॉ शाहिद परवेज, डॉ हिमांशु शेखर एवं डॉ अमरनाथ यादव ने सदर अस्पताल में शव का पोस्टमार्टम किया. इस दौरान वीडियोग्राफी भी करायी गयी. शव लेने मृतक के चाचा नीतीश कुमार शर्मा व छह अन्य परिजन पहुंचे थे. परिजनों का आरोप था कि आशीष शर्मा के मौत में जिम्मेदार सदर अस्पताल प्रबंधन पर कार्रवाई की जाए. वहीं, आशीष शर्मा के साथ काम करने वाले सभी नर्सिंग कर्मी को समय पर सभी प्रकार की छुट्टी दी जाए. परिजन प्रमोद कुमार शर्मा ने बताया कि आशीष कमजोर नहीं था कि वह बिना मतलब के सुसाइड कर ले. अगर सुसाइड करना होता तो रात्रि में करता, दिन में हाजिरी बनाने के बाद आत्महत्या क्यों करता? बताया कि वह सुबह में अपनी पत्नी के साथ बातचीत भी किया था.
हड़ताल पर रहे नर्सिंग कर्मी, दूसरे दिन भी मरीजों को परेशानी
वहीं, आशीष शर्मा की मौत को लेकर शुक्रवार को भी अस्पताल के सभी नर्सिंग कर्मी हड़ताल पर रहे. इससे दूसरे दिन भी मरीजों व उनके परिजन को परेशानी हुई. इमरजेंसी वार्ड में 11 बजे सुबह तक ही कर्मियों ने ड्यूटी किया. इसके बाद सभी गैरमौजूद रहे. हड़ताल की सूचना मिलने पर नर्सिंग कर्मियों को सिविल सर्जन कार्यालय बुलाया गया. वहां, सदर एसडीओ संजीव कुमार व सिविल सर्जन डॉ अखिलेश कुमार के साथ करीब तीन घंटे तक वार्ता हुई. बाद में एसडीओ सदर अस्पताल पहुंचकर आशीष शर्मा के परिजनों से बातचीत की.
तीन सदस्यीय टीम 24 घंटे में सौंपेगी जांच रिपोर्ट
एसडीओ ने कहा कि मौत को लेकर डीएम के निर्देश पर तीन सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. जिसमें मेरे अलावा डीडीसी व डिप्टी कलक्टर शामिल किये गये हैं. 24 घंटे में जांच रिपोर्ट डीएम को सौंप दिया जायेगा. उन्होंने हड़ताल पर बैठे कर्मियों को कहा कि स्वास्थ्य सेवा की ड्यूटी इमरजेंसी की तरह होती है. आपके हड़ताल पर जाने से कई मरीजों का जान भी जा सकती है. ऐसी स्थिति में आप पर कार्रवाई भी हो सकती है. बताया कि आशीष शर्मा की मौत मामले में जांच होगी. दोषी पाये जाने पर कार्रवाई होगी. इस मामले को दूसरे किसी मामले के साथ जोड़ने की जरूरत नहीं है.
सीसीटीवी फुटेज डिलीट करने का लगाया आरोप
एसडीओ के सामने कुछ नर्सिंग कर्मियों ने सदर अस्पताल में लगे सीसीटीवी फुटेज को जान बूझकर डिलीट करने का आरोप लगाया, ताकि सही जानकारी नहीं मिल सके. इस पर एसडीओ ने कहा कि जांच होगी. नर्सिंग कर्मियों व परिजनों की एक ही मांग थी कि वर्तमान अस्पताल प्रबंधन को हटाया जाए.
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