शेखपुरा : घाटकुसुम्भा प्रखंड के डीह कुसुम्भा गांव के सैकड़ों विद्युत उपभोक्ताओं ने बाइपास स्थित विद्युत कार्यालय में जमकर बवाल काटा. इस मौके पर ग्रामीणों ने विद्युत अधिकारी व कर्मियों से नोंकझोंक की. इस मौके पर ग्रामीणों में महेश महतो, कपिला महतो, मनीष कुमार, अवध किशोर प्रसाद, तुलसी महतो आदि ने आरोप लगाया कि नियमित […]
शेखपुरा : घाटकुसुम्भा प्रखंड के डीह कुसुम्भा गांव के सैकड़ों विद्युत उपभोक्ताओं ने बाइपास स्थित विद्युत कार्यालय में जमकर बवाल काटा. इस मौके पर ग्रामीणों ने विद्युत अधिकारी व कर्मियों से नोंकझोंक की. इस मौके पर ग्रामीणों में महेश महतो, कपिला महतो, मनीष कुमार, अवध किशोर प्रसाद, तुलसी महतो आदि ने आरोप लगाया कि नियमित रूप से बिजली बिल जमा करने के बाद भी विभाग ने सितंबर माह का आठ सौ से सतरह हजार रुपये तक बिल भेज दिया है.
इस संबंध में जब कार्यालय में बिजली बिल सुधार के लिए आवेदन देना चाहा तब वहां अधिकारी तो नहीं बिचौलिया मिल गया. ग्रामीणों ने बताया कि गांव में बिजली विभाग की मनमानी से त्रस्त होकर आखिर कार आंदोलन का कदम उठाना पड़ा. ग्रामीणों ने मौके पर सहायक अभियंता परवेज आलम को घेर कर अपनी फरियाद सुनायी, करीब एक घंटे के बाद जब सहायक अभियंता वहां पहुंचे, तब उन्होंने बताया कि इसे विभागीय चूक बताया.
उन्होंने बताया कि ग्रामीण इलाके में भी सपोर्ट बिलिंग की शुरुआत की जा रही है. इसी में नया सॉफ्टवेयर इंस्टाल किया गया है. इसी से जब बिजली बिल आया तब मीटर में उठे कुल यूनिट की राशि का बिल निकल आया. हालांकि इस गलत बिजली बिल को बताने पर रोक लगा दिया गया था. लेकिन इसे गलती से बांट दिया गया. बिल की गड़बड़ी को सुधार के लिए कार्रवाई शुरू कर दी गई है. इसके साथ ही अभियंता ने बताया कि प्रत्येक माह के 15 तारीख को किसी भी तरह के बिजली बिल में गड़बड़ी में सुधार के लिए स्पेशल कैंप बिजली विभाग में लगाया जा रहा है. इस व्यवस्था में कोई भी विद्युत उपभोक्ता आसानी से लाभ उठा सकते हैं.