पहल. नगर पर्षद के 27 वार्डों में 80 शौचालय बने
शौचालय निर्माण में शहर का वार्ड संख्या 27 अव्वल
शेखपुरा : राष्ट्रीय स्वच्छ भारत मिशन के तहत नगर परिषद् क्षेत्रपुरा में हो रहे शौचालय निर्माण से घर-घर का मान सम्मान बढ़ने लगा है. सरकार की योजना का लाभ पाकर लाभुक अब खुले में शौच से तौबा कर अपनी शान तो बढ़ा ही रहे हैं. साथ ही अपने ईद-गिर्द फैलने वाली खुले में शौच की गंदगियों से भी निजात पा रहे हैं. स्वच्छता के इस अभियान के तहत नगर परिषद् ने लाभुकों को प्रत्येक शौचालय के लिए 12 हजार रुपये का आर्थिक लाभ पहुंचा रहे हैं.
डीबीटी योजना को लागू कर नप शौचालय अनुदान की राशि पहले किस्म में 7500 रुपये जबकि दूसरे किस्त में 4500 रुपये का भुगतान कर रहे हैं. इस योजना में जहां तक वार्डों की उपलब्धि पर अगर नजर डालें तब नप के वार्ड संख्या 27 ने सर्वाधिक सक्रियता दिखाई है. इसकेा लेकर मुख्य पार्षद पिंकी देवी एवं कार्यपालक अधिकारी सुनील कुमार ने कहा कि स्थानीय पार्षद चंद्रबली पासवान की सक्रियता एवं लाभुकों की रुचि को लेकर अब एकसारी गांव को शौच मुक्त करने की दिशा में कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने बताया कि शहर में शौचालय निर्माण को लेकर सामान्य जनक प्रगति है.
क्या है स्थिति :
नगर परिषद् शेखपुरा में क्रियान्वित शौचालय निर्माण अभियान को लेकर अब तक 1557 का लक्ष्य निर्धारित है. लक्ष्य के अनुरूप यहां अब तक 80 शौचालयों का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है. स्वच्छत२ा अभियान के तहत 24 लाभुकों को योजना की प्रथम किस्त का भुगतान कर दूसरी किस्त के लिए भी कार्रवाई की जा रही है. शौचालय के निर्माण में रफ्तार लाने को लेकर नगर परिषद् न अपने पार्षदों को अहम जिम्मेवारी दी है.
वार्ड 27 में बेहतर हुए परिणाम :
नगर परिशद् में चल रही महत्वाकांक्षी योजना को लेकर सभी 27 वार्डों की प्रगति पर अगर नजर डालें तब वार्ड संख्या 27 की सबसे बेहतर परिणाम है. इस वार्ड के एकसारी गांव में 60 शौचालय निर्माण का लक्ष्य हे. जिसमें 17 शौचालयों में से अधिक का निर्माण कार्य पूर्ण कर लिया गया है. इसके साथ ही अन्य वार्डों में भी शौचालय निर्माण कराया जा रहा है.
क्या कहते हैं अधिकारी :
शौचालय निर्माण के साथ खुले में शौच से मुक्ति को लेकर स्वयं जिलाधिकारी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. इस योजना में बेहतरी को लेकर पार्षदों को सकारात्मक सक्रियता निभानी चाहिए. बेहतर कार्यों का चयन कर सक्रियता निभानी चाहिए. बेहतर वार्डों का चयन कर शौच मुक्त वार्ड घोषित कराने की कार्रवाई किया जायेगा.