शेखपुरा : सुरक्षा व्यवस्था के प्रथम चरण में जिला प्रशासन लगभग पास हो गया लगता है. सुरक्षा बलों की कमी को झेल रहे प्रशासन के अधिकारी सुरक्षा व्यवस्था को लेकर काफी चिंतित दिख रहे थे. परंतु जहां-तहां से जोड़-तोड़ कर सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये. सुरक्षा बलों को इकट्ठा करने के लिए कई विभागों व अधिकारियों के हाउस गार्ड और बॉडीगार्ड को भी वापस करने की नौबत आ गयी थी.
जिला जज और जिलाधिकारी के सिवा सबके सुरक्षा में कुछ न कुछ कटौती करने का समाचार है. आबकारी विभाग और बैंक से भी सुरक्षा कर्मी खास कर होमगार्ड को वापस कर मतदान ड्यूटी में लगाया गया है. शांतिपूर्ण और निष्पक्ष मतदान के लिए जिला प्रशासन कोई कोर कसर बाकी नहीं रहने देना चाहता था. जिला स्तर पर एक नियंत्रण कक्ष बनाते हुए पूरा प्रशासन बरबीघा के दस पंचायत में फैला हुआ था. जिला नियंत्रण कक्ष द्वारा अहले सुबह से ही सभी मतदान कर्मियों के केंद्र पर पहुंचने और बाद में वहां समय से मतपत्र और मतपेटी पहुंचाना सुनिश्चित कर लिया था.
इस काम में लेटलतीफ दंडाधिकारी व पीठासीन पदाधिकारी को जिला नियंत्रण कक्ष से लगातार मोबाइल द्वारा संपर्क किया जा रहा था. उसके बाद मतदान शुरू होते ही जिलाधिकारी दिनेश सिंह,एसपी राजेंद्र कुमार भील,डीडीसी निरंजन कुमार झा,एसडीओ सुबोध कुमार,एसडीपीओ अमित शरण सहित 10 सेक्टर दंडाधिकारी और दो जोनल दंडाधिकारी और एक सुपर जोनल दल मतदान क्षेत्र में सक्रिय हो गया. सबेरे से शाम तक एक के बाद दूसरे अधिकारी मतदान केंद्र पर आते-जाते रहे. बरबीघा थाना और जयरामपुर थाना के साथ-साथ केवटी और मिशन ओपी पर तेज गरमी के कारण अधिकारी और सुरक्षा कर्मी हलका आराम भी करते थे.