शेखपुरा : परंपरागत कार्य से वंचित किये जाने पर चौधरी समाज ने मोरचा खोलते हुए पहले तो शहर में विरोध मार्च किया एवं फिर समाहरणालय का घेराव करते हुए पुलिस प्रशासन पर मनमानी का आरोप लगाया. समाहरणालय पहुंचे सैकड़ों की तादाद में चौधरी समाज के लोगों ने कहा कि एक तरफ सरकार विभिन्न नियमों का पालन करते हुए ताड़ी कारोबार को हरी झंडी दे रही है एवं नियमों का उल्लंघन कर ताड़ी का कारोबार करनेवालों के विरुद्ध सख्ती बरतते हुए कानूनी कार्रवाई की बात करती है. वहीं, दूसरी तरफ पुलिस प्रशासन अपनी तानाशाही व मनमानी करते हुए
नाजायज पैसा कमाने की खातिर इस कारोबार से जुड़े लोगों को पूरी तरह तंग कर रही है. उन्होंने कहा कि ताड़ी उतारने एवं घनी आबादी से दूर ताड़ी बेचने पर सरकार ने कोई पाबंदी नहीं लगायी है, परंतु पुलिस प्रशासन ताड़ी उतारने के दौरान ताड़ पर चढ़े लोगों को भी नहीं छोड़ रही है एवं उनके साथ रोजाना मारपीट कर रही है. इस दौरान पुलिस द्वारा नाजायज वसूली भी जम कर की जा रही है. बहरहाल मंगलवार को शहर के गिरिहिंडा चौक के समीप सैकड़ों की तादाद में समाज के लोग इकट्ठा हुए एवं विरोध मार्च करते हुए समाहरणालय पहुंचे. इस दौरान अनिल कुमार चौधरी,
शिवदानी चौधरी, सीतो चौधरी, विकास चौधरी, चंदन चौधरी, राजेंद्र चौधरी, पिंटू चौधरी समेत अन्य लोगों ने अपनी मौजूदगी दिखायी. इस दौरान एक शिष्ट मंडल एसडीओ सुबोध कुमार, एसडीपीओ अमित शरण एवं आबकारी विभाग के अधिकारियों से मिला एवं अपनी समस्याएं रखीं. अधिकारियों ने उन्हें भरोसा दिलाया कि ताड़ी उतारने एवं आबादी से दूर बेचने पर उन्हें किसी के द्वारा तंग नहीं किया जायेगा. नियमों का उल्लंघन करनेवालों पर ही कार्रवाई की जायेगी.