शेखपुरा : उत्तर प्रदेश दारूल ओलुम देवबंद के उस्ताद हदीस मौलाना राशिद आजमी ने कहा कि आतंकवादी मुसलमान समाज को बदनाम कर रहा है. जबकि इसलाम में कहीं हिंसा या आतंकवाद का स्थान नहीं है. वहीं इमारत शरिया के मौलाना अनिशुर रहमान काजमी ने कहा कि मुसलमानों द्वारा आयोजित जलसा या समारोह वगैरह में अपने आसपास के हिंदु तथा अन्य समुदाय के लोगों को आमंत्रित करना चाहिए. साथ ही प्रत्येक शुक्रवार को मसजिद में होने वाले नमाज के समय भी उन्हें आमंत्रित करना चाहिए. नगर क्षेत्र से सटे वाजिदपुर में मुसलमान विद्वानों के जमावड़ा में ये बातें कहीं जा रही थी
रविवार को पूरे रात उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल, झारखंड, उड़ीसा, असम आदि के साथ-साथ राज्य और जिला के कई नामी-गिरामी मुसलमान विद्वानों ने जलसा में भाग लिया. वाजितपुर गांव के मो. शकील अहमद, मो. मंसूर आलम, मो. इरशाद आदि ने बताया कि पूरे रात विद्वानों ने इस्लाम धर्म की सही जानकारी दी. लगभग सभी विद्वान इस बात पर एकमत थे कि इस्लाम भाईचारे का पैगाम फैलाने वाला धर्म है.
गरीब,असहाय की चिंता,गिरे को उठाना आदि इसलाम के प्रमुख लक्ष्य है. इस जलसा में आये लोगों ने पहले वाजितपुर में मदरसा तालिम उल कुरान की बुनियाद भी रखी. गांव में एक संचालित मदरसा के लिए विशाल भवन बनाने को लेकर इस्लामिक विद्वानों ने आधारशिला रखी. इस जलसा में मौलाना असलम चतुर्वेदी, मौलाना शायरे इस्लाम शमशाद राही, मौलाना शउदुर रहमान,मुफ्ती,मुफ्तीयाने कराम इमारते इसके अलावा ओलमाए करान साहेबान और मुअज्जम लोग जलसा में शामिल हुए.