शेखपुरा : कसार सहायक थाना क्षेत्र अंतर्गत चांदी -वृंदावन गांव निवासी व जदयू नेता संजीत हत्याकांड के मामले में फरार आरोपित के विरुद्ध कुर्की जब्ती के आदेश के बावजूद कार्रवाई नहीं होने से पीडि़त परिजनों में जहां आक्रोश पनपने लगा है. वहीं अपराध व अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिसिया सक्रियता के दावों की […]
शेखपुरा : कसार सहायक थाना क्षेत्र अंतर्गत चांदी -वृंदावन गांव निवासी व जदयू नेता संजीत हत्याकांड के मामले में फरार आरोपित के विरुद्ध कुर्की जब्ती के आदेश के बावजूद कार्रवाई नहीं होने से पीडि़त परिजनों में जहां आक्रोश पनपने लगा है. वहीं अपराध व अपराधियों पर शिकंजा कसने के लिए पुलिसिया सक्रियता के दावों की भी पोल खुलने लगी है.
बहरहाल इस मामले में फरार आरोपित व उसी गांव का निवासी सुरेश मंउल के विरुद्ध न्यायालय द्वारा कुर्की जब्ती का आदेश कई दिन पूर्व ही दिया जा चुका है, परंतु इस दिशा में पुलिस द्वारा कोई ठोस कदम नहीं उठाया जा रहा है. जिसका नतीजा है कि आरोपी के घर से लगातार विभिन्न सामान को वहां से हटाया जा रहा है. पीड़ित परिजनों ने कहा कि पुलिस के इस शिथिल रवैये ने आरोपित को अपना घर खाली करने का मौका दे दिया है़
एवं इसका बेहतर लाभ आरोपी को मिल रहा है. गौरतलब है कि विगत दुर्गा पूजा के दौरान 22 अक्तूबर की रात्रि जदयू नेता संजीत को शहर के पटेल चौक से अगवा कर हत्या कर दी गयी थी एवं शरीर के कई टुकड़े कर उसे जमुई जिले के सिकंदरा स्थित जंगलों में गाड़ दिया था. इस मामले में संजय मंडल,गुड्डू मंडल,गोनू मंडल समेत छह लोगों को जेल भेजा जा चुका है.
जबकि सुरेश मंडल अभी भी फरार है. इस मामले में थानाध्यक्ष रवीन्द्र महतो ने बताया कि कुर्की जब्ती के लिए उन्हें महिला बल के साथ-साथ अतिरिक्त पुलिस बलों की आवश्यकता है एवं इस संदर्भ में उन्होंने एसपी से महिला बल तथा अतिरिक्त पुलिस जवानों की मांग की है. बल मुहैया होते ही कुर्की जब्ती की कार्रवाई की जायेगी.