शिवसागर. बड्डी थाना क्षेत्र के बड्डी गांव से मानवता को झकझोर देने वाली घटना सामने आयी है. महज आठ वर्षीय मासूम, जो मां की मौत और पिता के बाहर रहने के बाद अभाव में जीवन गुजार रहा था, वह अपनों के क्रूरता का शिकार बन गया. जानकारी के अनुसार, लगभग आठ वर्ष बालक भूख लगने पर कुछ खाने की तलाश में पड़ोस के घर चला गया था. ग्रामीणों ने बच्चे को पकड़कर इसकी सूचना पुलिस को दी. इसके बाद बड्डी थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और बच्चे को उसके चाचा के हवाले कर दिया. ग्रामीणों का आरोप है कि थाने से लौटने के बाद बच्चे के चाचा संतोष बैठा और चाची सीमा देवी ने उसके साथ अमानवीय व्यवहार किया. लोहे की छड़ को आग में तपाकर मासूम के हाथ-पैर, गाल, और मुंह के अंदर तक दाग दिया, जिससे वह गंभीर रूप से झुलस गया. इस अमानवीय कृत्य की जानकारी ग्रामीणों को लगी, तो लोग जुटने लगे. लोगों की पहल पर बच्चे की जान बची. घटना के बाद काफी देर बाद तक बच्चे को चिकित्सकीय उपचार नहीं मिल पाया. हालांकि, बाद में चाचा संतोष बैठा पेशे से सतीवाढ़ प्राथमिक विद्यालय में टोला सेवक (शिक्षा सेवक) ने अस्पताल पहुंचाया. जहां वह इलाजरत है. बालक की मां की मृत्यु हो चुकी है और पिता रोजगार के लिए कहीं बाहर काम करता है. उसने अपने बेटे को चाचा-चाची के संरक्षण में छोड़ रखा था और उन्होंने ही उसका बुरा हाल कर दिया. इस संबंध में बड्डी थानाध्यक्ष रामवृक्ष कुमार ने बताया कि पीड़ित बच्चे को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया है. इलाज कराकर लौटने के बाद सभी बिंदुओं पर पूछताछ की जायेगी. तथ्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जायेगी. गौरतलब हो कि बच्चे की चाची सीमा देवी जीविका समूह से जुड़ी हुई है.
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