सासाराम ग्रामीण. शहर के कुशवाहा सभा भवन में अखिल भारतीय पिछड़ा वर्ग संघ के तत्वावधान में सम्मेलन का आयोजन हुआ. इसकी अध्यक्षता संघ के उपाध्यक्ष सुरेंद्र कुशवाहा व स्वागत अमित चमड़िया ने किया. सभा में संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष इंद्र कुमार सिंह चंदापुरी ने कहा कि नीतीश फाॅर्मूले की बहाली का मुद्दा केवल प्रतिनिधित्व व भागीदारी का मुद्दा नहीं है, बल्कि शोषणविहीन सामाजिक व्यवस्था के नवनिर्माण व समानता स्थापित करने का भी मुद्दा है. उन्होंने कहा कि पिछड़ा व अतिपिछड़े वर्गों की समस्या एक राष्ट्रीय समस्या है. यह देश-प्रदेश के पुनर्निर्माण की समस्या है. इसके समाधान के लिए संघ ने देश व प्रदेश के स्तर पर यह आवाज बराबर बुलंद की है. भारतीय समाज के उत्थान एवं निर्माण में पिछड़े समाज की भूमिका 90 फीसदी है. लेकिन, राष्ट्रीय जीवन में सभी क्षेत्रों में उनकी भागीदारी नमक के बराबर है. ओबीसी आबादी के हिसाब से संवैधानिक अधिकार पाने का हकदार है, जिसे एक साजिश के तहत संस्थानों द्वारा बार-बार तकनीकी एवं असंवैधानिक अड़चनों को पैदा कर उन्हें उनके संवैधानिक अधिकारों से वंचित किया जा रहा है. वहीं, सुरेंद्र कुशवाहा ने कहा कि हमें 52 प्रतिशत आरक्षण की जगह मात्र 27 प्रतिशत आरक्षण दिया गया है, जिसे खत्म करने की साजिश की जा रही है. सम्मेलन में शोषित समाज दल के राष्ट्रीय सचिव अखिलेश कुमार, पलटन सिंह ,शंभूनाथ सिंह चंद्रवंशी, राहुल पटेल, मदन चंद्रवंशी, राजेश्वर शार्मा, एमडी परवेज , सुग्रीव प्रसाद यादव, मनीष कुमार रजक, प्रजापति पिंटू गुरूजी, राम अवतार मोर्या, दिलीप पटेल, राहुल दुसाध, कृष्णा बौद्ध आदि शामिल थे .
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