फोटो-24- धर्मचंद प्रसाद का फाइल फोटो. सासाराम शहर. शेरशाह इंटर स्तरीय विद्यालय के सेवानिवृत्त शिक्षक व साहित्यकार चंवरतकिया मुहल्ला निवासी धर्मचंद प्रसाद का रविवार को 85 वर्ष की उम्र में निधन हो गया. उन्होंने दिल्ली मैक्स हॉस्पिटल में अंतिम सास ली. उनके छोटे बेटे संकल्प सेवा संस्थान के अध्यक्ष रजनीश कुमार ने बताया कि उन्होंने अपने शैक्षणिक कार्यकाल में कई पुस्तकें लिखीं. इनमें हमारा रोहतास और सरल हिंदी व्याकरण और रचना प्रमुख पुस्तकों में से एक है. उनके द्वारा रचित ये हिंदी पुस्तकें छात्रों में अब भी लोकप्रिय हैं. वह शेरशाह हाइस्कूल से वर्ष 2000 में सेवानिवृत्त हुए थे. तब से संकल्प सेवा संस्थान नामक सामाजिक संस्था को संरक्षक के रूप में चला रहे थे. उन्होंने अपने पीछे तीन बेटे छोड़ गये हैं. इनमें सबसे बड़े बेटा चंदन कुमार डॉक्टर, मझले बेटे संजय कुमार इंजीनियर, जबकि सबसे छोटे बेटे रजनीश संस्था का कार्यभार संभालते हैं. धर्मचंद प्रसाद का अंतिम संस्कार सोमवार को वाराणसी में संपन्न होगा. उनके निधन पर संकल्प संस्था में शोक सभा आयोजित की गयी. इसमें संस्था के लोगों ने दो मिनट का मौन रख उनकी आत्मा की शांति के लिए ईश्वर से प्रार्थना की. शोक व्यक्त करने वालों में संस्था के अध्यक्ष संजय कश्यप, महामंत्री जितेंद्र कुशवाहा, कोषाध्यक्ष जितेंद्र कसेरा, सनी चौरसिया, रविशंकर दुबे, अरुण कुमार, विजय केसरी, विनोद कश्यप, गोपाल कश्यप, राजकुमार, ओमप्रकाश केसरी आदि शामिल थे.
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