सासाराम ऑफिस. जिले के जमुहार स्थित गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय का खेल मैदान बुधवार की शाम गगनभेदी नारों और तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा. आंखों के सामने ऐसा नजारा था, मानो पूरा मैदान खिलाड़ियों की ऊर्जा और दर्शकों के उत्साह से जीवंत हो उठा हो. पिछले शनिवार से शुरू हुई सीबीएसइ नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता 2025 का बुधवार को भव्य समापन हुआ. अंतिम दिन खेले गये तीनों फाइनल मुकाबलों ने दर्शकों को रोमांच से भर दिया, जिसमें हरियाणा व उत्तर प्रदेश ने बाजी मार ली, जबकि चेन्नई पीछे रह गया. हर पल खिलाड़ी अपने खेल से मैदान में मौजूद हजारों दर्शकों को सांस रोककर बैठने पर मजबूर कर रहे थे. इस ऐतिहासिक आयोजन का महत्व इसलिए और बढ़ गया, क्योंकि सीबीएसइ नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन रोहतास जिला में पहली बार हुआ. इसकी मेजबानी का जिम्मा नारायण वर्ल्ड स्कूल को मिला और प्रतियोगिता के सभी मैच गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के भव्य खेल मैदान में खेले गये. अंडर-14 : अंतिम दिन का पहला मुकाबला अंडर 14 वर्ग का था. न्यू काशी पब्लिक स्कूल हिसार (हरियाणा) की टीम और कॉसमॉस इंटरनेशनल स्कूल सिरसा (हरियाणा) की टीम आमने-सामने थी. मुकाबला शुरू हुआ, तो खिलाड़ियों ने फुर्ती और दमखम दिखाना शुरू कर दिया. हिसार की टीम ने एक-एक अंक हासिल कर ऐसा दबदबा बनाया कि सिरसा की टीम पीछे छूट गयी. अंततः हिसार की टीम ने 63-46 से यह मुकाबला जीत लिया और अंडर 14 वर्ग की ट्रॉफी अपने नाम कर ली. अंडर-17 : इसके बाद अंडरञ17 का फाइनल मुकाबला खेला गया. इस बार हिसार के श्रृष्टि इंटरनेशनल स्कूल और आंध्र प्रदेश के वेरिटास सैनिक स्कूल आमने-सामने थे. शुरुआत में दोनों टीमों के बीच कड़ी टक्कर देखने को मिली. खिलाड़ी कभी आगे बढ़ते तो कभी पीछे हटते. लेकिन जैसे-जैसे समय बीता, हिसार की टीम ने अपनी पकड़ मजबूत कर ली. शानदार रेड और दमदार डिफेंस ने हरियाणा की जीत पक्की कर दी. अंततः हिसार ने 46-32 से यह मैच जीतकर अंडर-17 की चैंपियनशिप ट्रॉफी अपने नाम की. अंडर-19 : तीसरा और सबसे रोमांचक मुकाबला अंडर-19 वर्ग का था. इसमें सरस्वती पब्लिक स्कूल मेरठ (उत्तर प्रदेश) और वेल्मल विद्यालय चेन्नई (तमिलनाडु) आमने-सामने थे. शुरुआत से ही दोनों टीमों के खिलाड़ी एक-दूसरे पर हावी होने की कोशिश करते रहे. दर्शक एक-एक अंक पर तालियां बजाते और मैदान में जोश भरते. मेरठ की टीम ने अंतिम क्षणों में शानदार वापसी की और 34-26 से जीत दर्ज कर खिताब अपने नाम कर लिया. यह जीत मेरठ के खिलाड़ियों के चेहरे पर चमक बनकर झलक रही थी. मेडल व ट्रॉफी देकर खिलाड़ियों को किया गया सम्मानित फाइनल मुकाबलों के बाद विजेता खिलाड़ियों को मेडल और ट्रॉफी प्रदान किया गया. खिलाड़ियों को सीबीएसइ की तरफ से पहुंचे मुख्य अतिथि सेंटर ऑफ एक्सीलेंस पटना के रवि प्रकाश सिंह, सेक्शन ऑफिसर राघवेंद्र सिंह, आब्जर्वर पूनम यादव, टेक्निकल प्रतिनिधि काजल राजपूत, टेक्निकल इंचार्ज अजय कुमार शर्मा और चंद्रशेखर सिंह, संत पॉल स्कूल सासाराम के सचिव राहुल वर्मा, बाल विकास विद्यालय के प्रधानाचार्य शैलेंद्र सिंह, संत पॉल स्कूल की प्रधानाचार्या आराधना वर्मा, मानव भारती हेरीटेज स्कूल कैमूर के संस्थापक विवेक पांडे, धेनुका इंटरनेशनल स्कूल की प्रधानाचार्या शिवी पोद्दार व नारायण वर्ल्ड स्कूल की निदेशक डॉ मोनिका सिंह और प्रधानाचार्य उपांशु कुमार सिन्हा ने खिलाड़ियों को मेडल पहनाए और ट्रॉफी देकर सम्मानित किया. आयोजकों की मेहनत लायी रंग समापन समारोह को संबोधित करते हुए नारायण वर्ल्ड स्कूल की निदेशिका डॉ मोनिका सिंह ने कहा कि यह प्रतियोगिता तो केवल पांच दिन की थी, लेकिन इसकी तैयारी पिछले दो महीने से लगातार चल रही थी. उन्होंने कहा कि यह आयोजन सफल इसलिए हुआ, क्योंकि सभी ने मिलकर पूरी जिम्मेदारी और समर्पण के साथ काम किया. उन्होंने सीबीएसइ की टीम और विश्वविद्यालय प्रशासन को धन्यवाद दिया और कहा कि इस प्रतियोगिता से खिलाड़ियों को नया अनुभव मिला है. नारायण मेडिकल कॉलेज एंड हॉस्पिटल के प्रबंध निदेशक त्रिविक्रम नारायण सिंह ने भी फाइनल मुकाबलों के दौरान खिलाड़ियों से मुलाकात कर उनका हौसला बढ़ाया. उन्होंने कहा कि बिहार में पहली बार सीबीएसइ नेशनल कबड्डी प्रतियोगिता आयोजित होना गर्व की बात है. प्रतियोगिता के सफल संचालन में गोपाल नारायण सिंह विश्वविद्यालय के खेल निदेशक राजीव रंजन की भूमिका महत्वपूर्ण रही. मंच संचालन अभिषेक कुमार सिंह ने किया, जबकि धन्यवाद ज्ञापन नारायण वर्ल्ड स्कूल के उप प्रधानाचार्य वृषकेतु सिंह ने किया.
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