सासाराम ग्रामीण. कोचस के कपसिया मध्य विद्यालय के शारीरिक शिक्षक दिलीप कुमार के अपहरण कांड में कैमूर के पांच व रोहतास जिले के दो अपराधी संलिप्त थे. उसे पुलिस ने गिरफ्तार किया है. इसमें शहर के तकिया बढैयाबाग निवासी केदार सिंह के पुत्र अखिलेश कुमार, कोचस थाना क्षेत्र के बहुली बहुआरा गांव निवासी स्व बामुर्ति शर्मा के पुत्र रामाशीष शर्मा, कैमूर जिले के कुदरा थाना क्षेत्र के सबदलपुर डिप्टी सिंह के पुत्र अनिल सिंह, मोहनिया थाना क्षेत्र के बेलवारी गांव निवासी केदार साह के पुत्र प्रभात कुमार उर्फ सोनू, मुजान गांव निवासी शिवधनी राम के पुत्र सुरेश राम, बेलवरी गांव निवासी रामबहाल राम के पुत्र इंदल राम व बेलौढ़ी गांव निवासी रामवधार साह के पुत्र राहुल कुमार शामिल है. इसकी जानकारी रविवार को नगर थाने में प्रेसवार्ता आयोजित कर डीआइजी सत्य प्रकाश ने जानकारी दी. उन्होंने बताया कि गत 22 अगस्त की शाम करीब चार बजे कोचस थाना क्षेत्र के मध्य विद्यालय कपसिया के शिक्षक दिलीप कुमार विद्यालय से घर वापस लौट रहे थे कि रास्ते में कुछ अपराधियों द्वारा अपहरण कर लिया गया व उन्हीं के मोबाइल से फोन कर के उनके परिजनों से फिरौती के एवज में पांच लाख रुपये की मांग की गयी थी. इस घटना को गंभीरता से लिया गया तथा अपहृत शिक्षक की सकुशल बरामदगी व अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी-दो सासाराम के नेतृत्व में एक विशेष पुलिस टीम का गठन किया गया. इसमें थानाध्यक्ष कोचस, थानाध्यक्ष परसथुआ, थानाध्यक्ष सासाराम नगर के अलावा तकनीकी सहायता प्रदान करने के लिए जिला आसूचना इकाई की टीम को भी शामिल किया गया. गठित टीम द्वारा मध्य विद्यालय कपसिया से कोचस परसथुआ व अपहृत के गांव की ओर जाने वाली सड़क पर लगे सभी सीसीटीवी का गहन अवलोकन किया गया. इसमें एक काले रंग की स्कॉर्पियो तथा उसमें बैठे लोगों की गतिविधि संदिग्ध पायी गयी. उस स्कॉर्पियो के तुरंत पीछे अपहृत शिक्षक की बाइक को किसी अन्य व्यक्तियों द्वारा स्कॉर्पियो के पीछे-पीछे ले जाते हुए दिखायी दिया. इसमें प्रारंभिक रूप से स्पष्ट हुआ कि स्कॉर्पियो में बैठे लोग तथा बाइक ले जा रहे व्यक्ति इस घटना में संलिप्त हो सकते है. तभी शनिवार की सुबह करीब 10 बजे अपराधियों द्वारा अपहृत की पत्नी के मोबाइल पर पुनः फोन करके फिरौती की मांग की गयी. इसका गठित टीम के सदस्यों द्वारा तकनीकी विश्लेषण किया ग,या तो ज्ञात हुआ कि अपराधी कोचस थाना क्षेत्र में ही सक्रिय है. अपराधियों द्वारा अपहृत की पत्नी के मोबाइल पर फोन करके लगातार फिरौती की रकम की मांग की जा रही थी, जिसका गठित टीम द्वारा गहन तकनीक विश्लेषण उपरांत दावथ थाना क्षेत्र से एक सीएनजी ऑटो पर सवार तीन व्यक्ति अखिलेश कुमार, अनिल सिंह व राहुल कुमार को अपहृत शिक्षक का मोबाइल तथा एक लाख रुपये के साथ गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार व्यक्तियों ने पूछताछ में बताया कि ये लोग अपहृत की पत्नी द्वारा अपहृत के मोबाइल पर डाले गये एक लाख रुपये को दिनारा, मलियाबाग में घुम-घुमकर सीएसपी व दुकानदार से मजबूरी का बहाना बनाकर उसके मोबाइल पर अपहृत के मोबाइल से रुपये ट्रांसफर कर नकद एक लाख रुपये प्राप्त किये है. तभी गिरफ्तार अखिलेश कुमार, अनिल सिंह व राहुल कुमार से गहन पूछताछ की गयी. इसमें उनके द्वारा इस अपहरण के कांड का खुलासा करते हुए बताया गया कि इनके गिरोह में सात व्यक्ति हैं, जो इस घटना में संलिप्त हैं. इस अपहरण में अखिलेश कुमार के काले रंग की स्कॉर्पियो गाड़ी से अपहृत को कोचस थाना क्षेत्र से उठाया गया है. सासाराम के तकिया मुहल्ला में स्थित अखिलेश कुमार के घर में उन्हें प्रभात कुमार उर्फ सोनु, सुरेश राम, इंदल राम तथा रामाशीष शर्मा की निगरानी में रखा गया है. उन्होंने बताया गिरफ्तार व्यक्तियों द्वारा बताया गया कि अपहृत का निगरानी कर रहे व्यक्तियों के पास दो कट्टा व गोली है, जो पुलिस को आते देखकर अपहृत को नुकसान पहुंचा सकते हैं. तभी अपराधियों के चंगुल से अपहृत को छुड़ाने के लिए एसपी टीम गठित की. टीम को आवश्यक बुलेट प्रूफ जैकेट के साथ शामिल किया गया. पुलिस को देखते ही अपराधियों ने शुरू कर दी फायरिंग गिरफ्तार अखिलेश कुमार के बताये के अनुसार, नगर थानाक्षेत्र के तकिया मुहल्ला में स्थित उनके दो मंजिला मकान में अपहृत को छुड़ाने के लिए छापेमारी की गयी. इसके क्रम में पुलिस को देखकर अपराधियों द्वारा पुलिस पर जानलेवा फायरिंग की गयी. इसके उपरांत अपहृत की सुरक्षा को ध्यान में रखकर तथा आत्मरक्षा में पुलिस के तरफ से जवाबी कार्रवाई की गयी. इसमें पुलिस पर फायरिंग कर रहे दो प्रभात कुमार उर्फ सोनू व सुरेश राम को पैर में गोली लगने से जख्मी हो गये, जिसके उपरांत अपहृत शिक्षक दिलीप कुमार को अपराधियों के चंगुल से मुक्त करा लिया गया. उसी मकान से प्रभात कुमार उर्फ सोनू व सुरेश राम के अलावा दो अन्य अपराधी इंदल रामाशीष शर्मा को भी गिरफ्तार किया गया. इस दौरान दो कट्टा, 13 गोली, दो खोखा, एक लाख रुपये, शिक्षक का फोन व एक आइफोन, दो एंड्रॉयड मोबाइल फोन, एक छोटा कीपैड मोबाइल फोन, अपहृत का प्लेटिना बाइक, घटना में उपयोग किये गये एक काले रंग की स्कॉर्पियो व एक सीएनजी ऑटो बरामद किया गया. अपराधियों ने बिजली करेंट से सुरक्षित किया था मकान एसपी ने बताया कि मकान में जब छापेमारी के लिए पुलिस ने प्रवेश किया, तो उस मकान में चहारदीवारी पर करेंट के लिए नंगा तार बिछाये हुए था. कार्रवाई के दौरान पुलिस को करेंट का झटका भी लगा. इसके साथ घर में अलार्म भी लगाया था. मकान का दरवाजा खुलते ही सायरन भी बज रहा था. स्कॉर्पियो का नंबर बदलकर घटना को देते थे अंजाम जिस मकान में शिक्षक को अपराधियों ने रखा था. वह मकान मालिक अखिलेश कुमार ही घटना का मुख्य सरगना है. उसका स्कॉर्पियो व ऑटो घटना में प्रयुक्त हो रहा है. इतना ही नहीं पुलिस के अनुसार वह अपनी स्कॉर्पियो का नंबर बदल कर विभिन्न घटना को अंजाम देता है. अपहृत शिक्षक ने पुलिस को दिया धन्यवाद प्रेसवार्ता के दौरान अपहृत शिक्षक दिलीप कुमार ने पुलिस प्रशासन को धन्यवाद दिया. कहा कि जब पुलिस घर तक पहुंची, तो हमें पूरा यकीन हो गया कि अब हमारी जान बच जायेगी. नहीं तो हमारी जान नहीं बच पाती.
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