भारतमाला प्रोजेक्ट के खिलाफ चेनारी में किसानों का हुआ महाजुटान
सासाराम सदर/चेनारी
वाराणसी-कोलकाता भारतमाला एक्सप्रेस वे निर्माण के लिए मुआवजा का भुगतान किये बगैर जिला प्रशासन व निर्माण एजेंसी किसानों की लहलहाती धान की फसले रौंदी रही है. उक्त बातें संयुक्त किसान मोर्चा व भारतीय किसान यूनियन बिहार झारखंड के प्रभारी दिनेश कुमार ने बुधवार को चेनारी पीएनसी कंपनी के समक्ष आयोजित किसान महाजुटान सम्मेलन में कही. उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस वे निर्माण के नाम पर किसानों के साथ हो रहे अन्याय के खिलाफ संयुक्त मोर्चा जिला स्तर पर व्यापक आंदोलन करेगा. जिला मुख्यालय पहुंच कलेक्ट्रेट का घेराव किया जायेगा और परिसर में चौपाल आयोजित होगा. इस आंदोलन में किसान नेता राकेश टिकैत भी शामिल होंगे. नेताओं ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट का निर्देश है कि जब तक किसानों को उचित मुआवजा नहीं मिले, तबतक सड़क निर्माण कार्य नहीं हो सकता है. जिसका हम किसान अनुपालन कर रहे हैं. अभी चेनारी शिवसागर के दस प्रतिशत किसानों के मुआवजे का भी भुगतान नहीं किया गया है. इसके बावजूद भी स्थानीय सांसद और विधायक किसानों की लड़ाई लड़ने के बजाय उससे पिछा छुड़ा भाग रहे हैं. 25 अगस्त को मुख्य सचिव पटना से वार्ता हुई. जिसमें मुख्य सचिव ने कहा कि 2013 से 24 तक कुल 12 वर्ष की 10 फीसदी बढ़ाकर चक्रवृद्धि ब्याज के साथ किसानों के मुआवजे की भुगतान किया जायेगा. सभा में पहुंचे बिहार प्रदेश दूध उत्पादक संघ के अध्यक्ष अशोक प्रसाद सिंह ने कहा कि दिल्ली जाकर वरीय किसान नेताओं से बात करेंगे और रोहतास की धरती पर पूरे भारत वर्ष के किसानों की जमावड़ा होगा.कार्यक्रम की अध्यक्षता मोर्चा के प्रखंड अध्यक्ष सुरेश कुमार व संचालन कैमूर जिला के किसान नेता अनिल सिंह ने किया. मौके पर राष्ट्रीय महासचिव प्रशांत कमल, प्रभावित किसान खेतिहर मजदूर के अध्यक्ष रामप्रवेश सिंह, मुन्ना तिवारी, चंदन सिंह, विजय सिंह, ओम प्रकाश सिंह, व्यापार मंडल अध्यक्ष नागेश्वर सिंह, पैक्स अध्यक्ष विष्णु शंकर चौबे, चंदन सिंह आदि मौजूद थे.
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